पुआल के भूसे पर कट रही बेसहारा मवेशियों की जिदगी
सड़क से लेकर खेतों तक में टहल रहे बेसहारा मवेशियों
जागरण संवाददाता, घोसिया (भदोही) : सड़क से लेकर खेतों तक में टहल रहे बेसहारा मवेशियों को सुरक्षित ठिकाना देने के लिए आश्रय स्थल का निर्माण कराया गया है। शासन ने बजट में इसके लिए पर्याप्त धन की भी व्यवस्था की है। इसके बाद भी मवेशियों के देखभाल व चारे को लेकर अनदेखी की जा रही है।
आश्रय स्थल मवेशियों के लिए कैदखाने जैसे साबित हो रहे हैं। औराई चीनी मिल में बने आश्रय स्थल में गोवंशों की जिदगी पुआल के भूसे पर कट रही है तो तपती धूप से बचने के लिए परिसर में स्थित पेड़ों का सहारा लेने को विवश हैं।
बुधवार को आश्रय स्थल की पड़ताल में जहां मवेशियों को मात्र पुआल का सूखा भूसा खाते देखा गया तो कई दिन से भरे पानी की टंकी का पानी पी रहे हैं। देखभाल व उनके चारे के प्रति की जा रही अनदेखी से कई मवेशी तो इतने कमजोर हो चुके हैं कि उनसे उठा तक नहीं जा रहा है। हरा चारा व अन्य पौष्टिक आहार देना तो दूर उनके लिए गेहूं के भूसे की व्यवस्था तक नहीं की जा रही है। वैसे इस संबंध में खंड विकास अधिकारी श्याम ने बताया कि ग्राम पंचायत निधि से पानी की टंकी व सब मर्सिबल पंप की व्यवस्था की गई है। चुनाव आचार संहिता लगने से पहले ही एक लाख रुपये का चेक काटकर दिया गया था। खान-पान में लापरवाही की जा रही है तो उसकी जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।