सादगी से मनाया गया पैगंबरे इस्लाम का जन्मदिन

जासं भदोही पैगंबरे इस्लाम हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहो अलैह वसल्लम की यौमे पैदाइश (जन्म दिन) का जश्

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Oct 2021 04:30 PM (IST) Updated:Tue, 19 Oct 2021 04:30 PM (IST)
सादगी से मनाया गया पैगंबरे इस्लाम का जन्मदिन
सादगी से मनाया गया पैगंबरे इस्लाम का जन्मदिन

जासं, भदोही : पैगंबरे इस्लाम हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहो अलैह वसल्लम की यौमे पैदाइश (जन्म दिन) का जश्न मंगलवार को सादगी के साथ मनाया गया। शासन प्रशासन की गाइडलाइन के अनुसार इस बार न तो तंजीमों द्वारा जुलूस निकाले गए न ही जलसे का आयोजन किया गया। मुस्लिम बाहुल्य मोहल्लों, मस्जिदों व खानकाहों की सजावट कर लोगों ने घरों में नजर ओ नियाज कर अपनी अपनी अकीदत का इजहार किया। एहतियात के तौर पर प्रशासन द्वारा सुरक्षा के इंतजाम किए गए थे। पुलिस के जवान दिन भर भ्रमणशील रहे।

लगभग 14 सौ साल पहले दुनिया में आए पैगंबरे इस्लाम का जन्मदिन धूमधाम से मनाया जाता है लेकिन पिछले साल की तरह इस बार कोरोना महामारी के कारण अन्य पर्वों की तरह रबीउल अव्वल भी फीका फीका रहा। गाइडलाइन के मद्देनजर प्रमुख तंजीमों ने पहले ही जलसे व जुलूस न निकालने का निर्णय ले लिया था जबकि पिछले दिनों धर्म गुरुओं संग बैठक में अधिकारियों ने सहयोग की अपेक्षा करते हुए लोगों को सार्वजनिक कार्यक्रमों का आयोजन न करने की अपील की गई थी। इसका प्रभाव साफ तौर से देखा गया। मेनरोड सहित गली मोहल्लों में होने वाली सजावट इस बार नदारद रही। घरों, मस्जिदों व बुजुर्गों के आस्ताने झालरों से सजाए गए थे। उधर सुबह से ही घरों में नजरो नियाज का सिलसिला शुरू हो गया था। किसी ने जर्दा व खीर बनाकर तो किसी ने मिठाइयां तकसीम (बांटकर) कर आमदे रसूल का जश्न मनाया। इस दौरान बच्चों में विशेष उत्साह देखा गया। हाथों में छोटे छोटे इस्लामिक परचम लिए बच्चे मरहबा या मुस्तफा की सदाएं बुलंद करते रहे।

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आकर्षण का केंद्र रही झांकी व सजावट

गाइडलाइन के चलते भले ही कोई आयोजन नहीं किए गए लेकिन उत्साही बच्चों ने जगह जगह सुंदर झाकियां व सजावट कर लोगों का मन मोह लिया। मदीना मुनौवरा का नक्शा, एतिहासिक मस्जिदों की तर्ज पर बनाई गई झाकियां लोगों के आकर्षण का केंद्र रहीं। तकिया कल्लन शाह स्थित बाबा के आस्ताने के पास स्थानीय बच्चों ने कला का सुंदर नमूना प्रस्तुत करते मदीना मुनौवरा का नक्शा उकेरा था। सुंदर झरने व सजावट देख राहगीरों के पांव ठिठक जाते थे। इसी तरह कोटबाड़ा मोहल्ले में खूबसूरत नक्शा बनाकर सजाया गया था जो लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बना रहा। मोहल्ले स्थित बाबा के आस्ताना, तकिया कल्लन शाह स्थित दाता का आस्ताना सुंदर ढंग से सजाया गया था। इसे देखने के लिए देर शाम तक लोगों का तांता लगा रहा है। इसके अलावा कई मोहल्लों में सजावट की गई थी।

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