जीवन जीने की कला सिखाती है श्रीराम कथा
जागरण संवाददाता ऊंज (भदोही) रामकथा जीवन जीने की कला सिखाती है। जहां भी मौका मिले लोगों
जागरण संवाददाता, ऊंज (भदोही) : रामकथा जीवन जीने की कला सिखाती है। जहां भी मौका मिले लोगों को कथा सुननी चाहिए। क्षेत्र के अकोढ़ा गांव में चल रहे श्रीरामकथा में प्रवचन करते हुए कथा वाचक आचार्य धनेश्वर दास ने यह बात कही। इस दौरान श्रद्धालु जय श्रीराम का जयकारा लगाते रहें।
कथा के महात्म्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि कथा सुनने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। भगवान के कृपा से भक्त केवट भवसागर से पार हो गया। भगवान को प्राप्त करने के लिए ज्ञानभक्ति, कर्म एवं शरणागति की जरूरत होती है। स्वामी जी ने कहा कि गुरु की महत्ता को बताते हुए कहा कि गुरु कृपा होती है तभी हर कार्य संभव होता है। कहा कि भगवान श्रीराम ने गुरु की कृपा से शिव धनुष को बड़े ही सहज, सरल ढंग से तोड़ डाला। उधर भक्तों ने यज्ञ मंडप की परिक्रमा की तो रासलीला का भी आनंद उठाया। इस मौके पर बृजभूषण त्रिपाठी, अखिलेश शुक्ल, धर्मेंद्र तिवारी, रामसागर पाठक, विजय बहादुर सिंह, दानपाल सिंह आदि थे।