टूट सकता हैजौनपुर से सड़क संपर्क
जासं भदोही शासन-प्रशासन ने समस्या को गंभीरता से नहीं लिया तो पड़ोसी जनपद जौनपुर से सड़क स
जासं, भदोही : शासन-प्रशासन ने समस्या को गंभीरता से नहीं लिया तो पड़ोसी जनपद जौनपुर से सड़क संपर्क टूट सकता है। 90 साल पुराना धौरहरा पुल जर्जर अवस्था में पहुंच गया है। वाहनों के दबाव के बीच पुल से आवागमन करना खतरनाक साबित हो रहा है। ऐसे में न सिर्फ गंभीर घटना हो सकती है बल्कि लुंबिनी-दुद्धी राष्ट्रीय राजमार्ग ठप हो जाएगा। पुल के निर्माण के लिए कालीन उद्यमियों ने कई बार आवाज उठाई।
लोक निर्माण विभाग की ओर से दो साल पहले शासन को स्टीमेट बनाकर भेजा था। इसमें कमियां गिनाकर शासन ने स्टीमेट वापस कर दिया था। स्टीमेट में संशोधन कर शासन को भेजा जाता इससे पहले मार्ग को नेशनल हाईवे के हाथ में दे दिया गया। नेशनल हाईवे के अधिकारी नए सिरे से स्टीमेट बनाने में जुटे हैं। जनपद सीमा स्थित धौरहरा पुल की स्थापना वर्ष 1932 में प्रमुख समाजसेवी हकीम जंगीलाल ने करवायी थी। उनका नाम आज भी पुल की दीवार पर अंकित है। लुंबिनी-दुद्धी राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित इस पुल पर शुरू से ही वाहनों का भारी दबाव है। मीरजापुर, सोनभद्र से बालू, पटिया, गिट्टी लोडेड ट्रक इसी मार्ग से आवागमन करते हैं। रखरखाव के अभाव में पिछले एक दशक से पुल जर्जर अवस्था में है। इसके निर्माण के लिए काफी समय पहले से आवाज उठाई जा रही है। अखिल भारतीय कालीन निर्माता संघ (एकमा) द्वारा उद्योग बंधु की लगभग हर बैठक में पुल के निर्माण की मांग रखी जाती है। तीन साल पहले तत्कालीन जिलाधिकारी ने पहल करते हुए लोक निर्माण विभाग को प्रस्ताव बनाने का निर्देश दिया था। इस संबंध में लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता एसबी राव का कहना है कि धौरहरा पुल के निर्माण की जिम्मेदारी शासन ने नेशनल हाईवे (एनएच) को सौंप दी है। एनएच विभाग के अधिकारी इस पर काम कर रहे हैं।