पिता का वचन पूरा करने को राम ने किया वनवास

जागरण संवाददाता चौरी (भदोही) मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम ने पिता के वचन को पूरा करने के लि

By JagranEdited By: Publish:Wed, 27 Oct 2021 05:49 PM (IST) Updated:Wed, 27 Oct 2021 05:49 PM (IST)
पिता का वचन पूरा करने को राम ने किया वनवास
पिता का वचन पूरा करने को राम ने किया वनवास

जागरण संवाददाता, चौरी (भदोही) : मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम ने पिता के वचन को पूरा करने के लिए 14 वर्ष का किया। चौरी क्षेत्र के भकोड़ा रेलवे फाटक के समीप नारायण सेवा परिवार के तत्वावधान में चल रहे नौ दिवसीय संगीतमय रामकथा के सातवें दिन मंगलवार की शाम प्रवचन करते हुए कथावाचक संत अजय भाई रघुराई महाराज ने यह बातें कहीं। कथास्थल पर पहुंचे श्रद्धालु जयकारा लगाते रहें।

उन्होंने कहा कि मंथरा की कुटिलता से रानी कैकेई ने अपने दो वचन निभाने की बात राजा दशरथ से कह दी। जिसमें भरत को अयोध्या का सिंहासन और राम को 14 वर्ष का वनवास मांग लिया। यह बात राजा को अच्छी नहीं लगी, लेकिन वह वचन में बंध गए थे। पिता के वचन को पूरा करने के लिए प्रभु श्रीराम, लक्ष्मण और सीता के साथ वन को प्रस्थान कर दिए। कहा कि इस प्रसंग से लोगों को यह संदेश लेना चाहिए कि पिता की आज्ञा शिरोधार्य है। श्रीराम-केवट संवाद की कथा सुनाई। हमेशा बड़ों की आज्ञा का पालन करने का संदेश दिया। कथास्थल पर संयोजक संजीव दुबे, प्रेमबिहारी उपाध्याय, विभूति नारायण तिवारी, उत्तम दुबे, सुनील सिंह, अतुलकांत पांडेय, जयप्रकाश सहित बड़ी संख्या में लोग थे।

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