कुपोषण को जड़ से समाप्त करने के लिए सहयोग आवश्यक
जासं भदोही पोषण माह के अंतर्गत जनपद को कुपोषण मुक्त बनाने के उद्देश्य से सेंटर फार एडवोक
जासं, भदोही : पोषण माह के अंतर्गत जनपद को कुपोषण मुक्त बनाने के उद्देश्य से सेंटर फार एडवोकेसी एंड रिसर्च की ओर से मंगलवार को स्टेशन रोड स्थित एक व्यवसायिक प्रतिष्ठान में मीडिया संवेदीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया।
सीडीओ भानुप्रताप सिंह ने राज्य सरकार की ओर से चलाए जा रहे कुपोषण मुक्त भारत के उद्देश्य से अवगत कराया। इस दिशा में प्रशासन की ओर से प्रयासों व उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। मुख्य चिकित्साधिकारी डा. संतोष कुमार चक ने स्वास्थ विभाग की ओर से गर्भवती, धात्री एवं शिशुओं के पोषण के लिए विभाग के कार्यों व जनहित को दी जाने वाली निश्शुल्क स्वास्थ सेवाओं से संबंधित जानकारी साझा की। जिला कार्यक्रम अधिकारी मंजू वर्मा ने कहा कि कुपोषण एक ऐसी बीमारी है जो तमाम अन्य बीमारियों को जन्म देती हैं। इसके बचाव के प्रति सभी को सतर्क रहना जरूरी है। खानपान में चतुरंगी भोजन शामिल करना चाहिए। बताया कि पोषण माह के अंतर्गत पोषण वाटिका की स्थापना, बच्चों की लंबाई, वजन, सैम एवं मैम (गंभीर रूप से कुपोषित) बच्चों का चिन्हिकरण किया जा रहा है। बताया कि विभाग की ओर कई प्रकार की समुदाय आधारित गतिविधियां संचालित की जा रही हैं। बाल विकास परियोजना अधिकारी अरविद कुमार ने कहा कि कुपोषित होने से शारीरिक व मानसिक विकास के साथ ही उत्पादकता भी प्रभावित होती है। विनोद कुमार एवं माधवी ने बताया कि छह माह की आयु पूरी कर चुके बच्चों का अन्नप्राशन किया जाता है।