लखीमपुर की घटना के विरोध में विपक्षियों में उबाल

जागरण संवाददाता ज्ञानपुर (भदोही) लखीमपुर में आंदोलन कर रहे किसान की केंद्रीय गृहराज्य मंत्री के पुत्र की गाड़ी से हुई मौत के विरोध में विपक्षी दलों में उबाल रहा। शुक्रवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे समाजवादी पार्टी व वामपंथी दलों के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए तानाशाही करने का आरोप मढ़ा तो मुख्यमंत्री का पुतला फूंकने का प्रयास कर रहे सपाजनों की पुलिस से छीना-झपटी व नोकझोंक भी हुई।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 04 Oct 2021 10:18 PM (IST) Updated:Mon, 04 Oct 2021 10:18 PM (IST)
लखीमपुर की घटना के विरोध में विपक्षियों में उबाल
लखीमपुर की घटना के विरोध में विपक्षियों में उबाल

जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : लखीमपुर में आंदोलन कर रहे किसान की केंद्रीय गृहराज्य मंत्री के पुत्र की गाड़ी से हुई मौत के विरोध में विपक्षी दलों में उबाल रहा। शुक्रवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे समाजवादी पार्टी व वामपंथी दलों के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए तानाशाही करने का आरोप मढ़ा तो मुख्यमंत्री का पुतला फूंकने का प्रयास कर रहे सपाजनों की पुलिस से छीना-झपटी व नोकझोंक भी हुई। हालांकि अंतत: पुलिस ने पुतले को कब्जे में लेकर उसे फूंकने की मंशा को नाकाम कर दिया। जबकि कांग्रेसजनों ने गांधी पार्क ज्ञानपुर में धरना देकर विरोध जताया और गिरफ्तारी दी। उधर, घटना को लेकर प्रशासन व पुलिस भी सुबह से ही अलर्ट रही। कलेक्ट्रेट पर जहां पुलिस बल तैनात रहा तो जिले के अन्य नगर व बाजारों में भी नजर रखी जा रही थी।

पुतला फूंकने को लेकर पुलिस से भिड़े सपाजन

ज्ञानपुर (भदोही) : लखीमपुर की घटना में मृतकों के घर सांत्वना देने जा रहे राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश सिंह यादव की गिरफ्तारी से सपाजनों में आक्रोश रहा। शुक्रवार को निवर्तमान जिलाध्यक्ष विकास यादव व पूर्व विधायक जाहिद बेग के नेतृत्व में कलेक्ट्रेट पहुंचकर सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। मुख्यमंत्री का पुतला फूंकने का प्रयास करते समय रोके जाने पर एएएसपी व अन्य पुलिसकर्मियों से भिड़ गए। नोंक-झोक व छीना-झपटी हुई। अंतत: पुलिस ने उनके पुतला फूंकने के मंसूबे को नाकाम कर दिया। कार्यकर्ताओं ने भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। केंद्रीय गृहराज्य मंत्री व उप मुख्यमंत्री से इस्तीफा देने की मांग की।

वक्ताओं ने कहा कि भाजपा सरकार पूरी तरह से तानाशाही पर उतर आई है। आंदोलित किसानों की बात सुनने के बजाय मंत्री पुत्र ने उनके ऊपर गाड़ी चढ़ा दी। कार्यकर्ताओं ने प्रत्येक मृतक किसानों के परिजनों को दो करोड़ की आर्थिक मदद, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने, गृह राज्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री से इस्तीफा देने, घटना के दोषियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर तत्काल जेल भेजने व कार्रवाई की मांग की। प्रदर्शन में सयुस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष विकास यादव, पूर्वमंत्री रामकिशोर बिद, पूर्व विधायक मधुबाला पासी, प्रदीप यादव, आरिफ सिद्दीकी, डा.नीलम मिश्रा, अजीत सिंह, सलाउद्दीन, मनोज यादव, केशनारायण यादव, पन्नालाल यादव, धर्मेंद्र मिश्र पप्पू आदि थे।

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