बंद होने की कगार पर आरक्षण केंद्र की एकल खिड़की
लगन के बीच आरक्षण पर्यवेक्षक का तबादला होने से गंभीर संकट उत्पन्न हो गया है। पहले से ही कर्मचारियों के अभाव का दंश झेल रहा केंद्र ठप होने की स्थिति में पहुंच गया है। मई व जून का माह रेलवे के लिए लगन माना जाता है। इन महीनों में सर्वाधिक टिकट बिक्री होती है तथा रेलवे की भारी भरकम कमाई होती है। ऐसे में आरक्षण केंद्र के सुपरवाइजर का तबादला कोढ़ में खाज साबित हो रहा है। जल्द ही नए कर्मचारी ने चार्ज नहीं लिया तो एकल खिड़की भी बंद हो सकती है।
जागरण संवाददाता, भदोही : वाराणसी-लखनऊ रेलखंड स्थित कालीन नगरी के प्रमुख स्टेशन भदोही में आरक्षण केंद्र के माध्यम से सामान्य दिनों में दो से ढाई लाख रुपये की कमाई होती है। मई व जून में आंकड़ा तीन से साढ़े तीन लाख पहुंच जाता है। आरक्षण केंद्र के प्रति उदासीन होता जा रहा। तीन खिड़कियों से यात्री सेवा की जाती थी, लेकिन वर्तमान समय एक खिड़की संचालित की जा रही है। इसी बीच केंद्र के सुपरवाइजर राजेंद्र सिंह का तबादला कर दिया गया है।