बहाल हो पुरानी पेंशन, कैशलेस चिकित्सा का मिले लाभ

पुरानी पेंशन व्यवस्था की बहाली सहित 21 सूत्रीय मांगों को ल

By JagranEdited By: Publish:Tue, 14 Sep 2021 05:47 PM (IST) Updated:Tue, 14 Sep 2021 05:47 PM (IST)
बहाल हो पुरानी पेंशन, कैशलेस चिकित्सा का मिले लाभ
बहाल हो पुरानी पेंशन, कैशलेस चिकित्सा का मिले लाभ

जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : पुरानी पेंशन व्यवस्था की बहाली सहित 21 सूत्रीय मांगों को लेकर परिषदीय शिक्षकों ने मंगलवार को ब्लाक संसाधन केंद्र ज्ञानपुर व वहिदानगर डीघ में धरना प्रदर्शन कर आवाज बुलंद की। शासन पर शिक्षकों के हितों की अनदेखी करने का आरोप मढ़ा। मांगों पर सकारात्मक कार्रवाई न किए जाने पर शिक्षक हितों के लिए आर-पार की लड़ाई लड़ने का एलान किया गया।

प्राथमिक शिक्षक संघ के बैनर तले ब्लाक संसाधन केंद्र ज्ञानपुर में जुटे शिक्षकों ने शासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रांतीय संगठन मंत्री सुधीर कुमार सिंह व जिलाध्यक्ष घनश्याम यादव ने कहा कि पुरानी पेंशन व्यवस्था बंद कर सरकार ने उनके बुढ़ापे की लाठी छीनने का काम किया है। इसे अविलंब बहाल किया जाना चाहिए। इसी तरह कैशलेस चिकित्सा, चयन वेतनमान, शिक्षामित्र, अनुदेशक, आंगनबाड़ी वर्कर व रसोईयों का मानदेय बढ़ाए जाने की मांग भी उठाई गई। अध्यक्षता ब्लाक अध्यक्ष रविद कुमार पांडेय व संचालन योगेश पांडेय ने किया। इस मौके पर मनोज उपाध्याय, हरिश्चंद्र पाठक, अखिलेश यादव, विनोद कुमार, मोनू सरोज, माजिद खान, केके मौर्य, इबरार अहमद व अन्य थे।

ऊंज प्रतिनिधि के अनुसार : ब्लाक संसाधन केंद्र वहिदानगर डीघ में ब्लाक अध्यक्ष अरुण कुमार पांडेय के नेतृत्व में धरना प्रदर्शन किया गया। वक्ताओं ने कहा कि नई पेंशन योजना शिक्षकों के हित में नहीं है। अन्य मांगों को लेकर भी आवाज बुलंद की गई। इस मौके पर मंत्री सूर्यकांत मौर्य, मुस्ताक अंसारी, शेर सिंह, अरविद उपाध्याय, महेश सिंह, पवन कुमार यादव, आराधना, प्रदीप वर्मा व अन्य थे। ये हैं प्रमुख मांगें

- नई व्यवस्था को समाप्त कर पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल की जाय।

- मृत शिक्षक व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के आश्रितों को नौकरी दी जाय।

- शिक्षामित्र, अनुदेशक, आंगनबाड़ी व रसोइयों का मानदेय बढ़ाया जाय।

- शिक्षकों को कैशलेस चिकित्सा की सुविधा उपलब्ध कराई जाय।

- उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा प्राधिकरण 2021 का निरस्तीकरण किया जाय।

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