हड़ताल तो कभी अफसर गायब, वादकारी निराश

जागरण संवाददाता घोसियां (भदोही) औराई तहसील में मुकदमों का निस्तारण नहीं हो पा रहा

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Oct 2020 04:49 PM (IST) Updated:Thu, 22 Oct 2020 04:49 PM (IST)
हड़ताल तो कभी अफसर गायब, वादकारी निराश
हड़ताल तो कभी अफसर गायब, वादकारी निराश

जागरण संवाददाता, घोसियां (भदोही) : औराई तहसील में मुकदमों का निस्तारण नहीं हो पा रहा है। हड़ताल तो कभी कंडोलेंस अथवा किसी दिन अफसरों के कोर्ट में न बैठने से फरियादी निराश हैं। सिर्फ तारीख लेकर वापस लौट रहे हैं। इससे उनमें असंतोष व्याप्त है।

दरअसल, औराई तहसील में अधिवक्ता व अफसरों के बीच कोर्ट को लेकर अकसर विवाद होता रहता है। इससे कभी अधिवक्ता तहसीलदार व एसडीएम कोर्ट का बहिष्कार करने के नाम पर सुनवाई में हिस्सा नहीं लेते तो कभी किसी कार्यवश अफसरों के कोर्ट में न बैठने से सुनवाई बाधित रहती है। इससे दूरदराज क्षेत्र से प्रतिदिन पहुंचने वाले औसतन 70 वादकारी मात्र अगली तारीख लेकर वापस लौटने को विवश होते हैं। उनके मामले का निस्तारण नहीं हो पा रहा है। केस-1 : गुरुवार को तहसील पहुंचे बेजवां गांव के रामनारायण ने बताया कि 12 दिसंबर 2019 जमीन की रजिस्ट्री कराई थी। 30 दिन के बाद जब से नोटिस मिला है, तब से आज तक करीब 30 बार तारीख पड़ चुकी है लेकिन अभी तक दाखिल खारिज नहीं हो सका। आज भी तारीख लेकर वापस लौट रहे हैं। कब मामला खत्म होगा समझ में नहीं आ रहा है।

केस-2 : चकमसुद निवासी सुजीत कुमार ने कहा कि एक मामले को लेकर मुकदमा चल रहा है। दो वर्ष हो गए केवल तारीख ही पड़ रही है। तहसील आने के बाद पूरा दिन बेकार चला जाता है। न तो घर का काम हो पा रहा है न ही मामला निबट रहा है। - यदि अधिकारी सही समय पर बैठकर कोर्ट में मामले की सुनवाई करें तो वादकारी व अधिवक्ता दोनों का काम समय से हो जाए। जब अधिकारी नहीं बैठते तो तारीख लेना मजबूरी हो जाती है।

- मुकेश कुमार, मंत्री, औराई तहसील बार एसोसिएशन।

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