अब जिले में आसान होगी औषधीय खेती की राह

जिले में अब औषधीय खेती की राह आसान हो गई है। वैदिक ए

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Jul 2021 04:45 PM (IST) Updated:Tue, 20 Jul 2021 04:45 PM (IST)
अब जिले में आसान होगी औषधीय खेती की राह
अब जिले में आसान होगी औषधीय खेती की राह

जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : जिले में अब औषधीय खेती की राह आसान हो गई है। वैदिक एग्रो प्रोडयूसर कंपनी की ओर से डिस्टलेशन प्लांट (आसवन इकाई) स्थापित की जा चुकी है। इससे किसानों के उत्पादन की जहां बिक्री हो सकेगी तो वहीं तेल निकालने के लिए कहीं भटकना नहीं पड़ेगा।

औषधीय (लेमनग्रास, तुलसी, पामारोजा, खस, बच आदि जड़ी-बूटी) की खेती से जोड़कर किसानों की आय बढ़ाने को लेकर शासन पूरी तरह से गंभीर है। इसके लिए नमामि गंगे योजना के तहत वन विभाग व कृषि विभाग के अंतर्गत गंगा तटवर्ती क्षेत्रों में अनुदान के जरिए खेती कराने की योजना शुरू की है। इसके बाद भी किसान इस संशय में फंसे रहते है कि औषधीय खेती के बाद हासिल होने वाली ऊपज को कहां बेचेंगे। कारण है कि जिले में कोई ऐसा बाजार नहीं हैं जहां बिक्री की जा सके। बहरहाल यह संकट अब खत्म हो चुका है। औराई ब्लाक क्षेत्र के लालानगर वैदिक एग्रो प्रोडयूसर कंपनी लिमिटेड की ओर से डिस्टलेशन प्लांट (आसवन इकाई) न सिर्फ स्थापित कर दी गई है। इससे अब खेती करने वाले अन्य किसानों को भी उत्पादन की बिक्री व तेल निकालने के लिए कहीं भटकना नहीं पड़ेगा। कंपनी के एमडी जीसी त्रिपाठी ने बताया कि यहां किसान पूरी तरह निश्शुल्क तेल निकलवा सकते हैं। उनके ऊपज व तेल को भी तत्कालीन बाजार भाव में बेचने की सुविधा मिलेगी। खेती करने वाले किसानों को कहीं भटकना नहीं पड़ेगा।

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