अब लाइव लोकेशन से कर्मचारियों की निगरानी
सख्ती - मनमानी पर नकेल कसने के लिए जिला प्रशासन ने शुरू की व्यवस्था - वाट्सएप ग्रुप पर सुबह 1
सख्ती
- मनमानी पर नकेल कसने के लिए जिला प्रशासन ने शुरू की व्यवस्था
- वाट्सएप ग्रुप पर सुबह 10 से 11 बजे के बीच भेजनी होगी लोकेशन
लाइव लोकेशन भेजने के साथ ही सीडीओ को भी जानकारी देनी होगी
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : बगैर किसी सूचना के कार्यालय में लेटलतीफ पहुंचने अथवा अपने कार्य क्षेत्र से गायब रहने का कर्मचारियों का खेल अब नहीं चलेगा। वह कहां हैं, कार्यालय, कार्यक्षेत्र अथवा कहीं अन्य जगह पर हैं, इसकी निगरानी अब लाइव लोकेशन के जरिए की जाएगी। विकास विभाग से जुड़े सहित अन्य विभागों के कर्मचारियों की मनमानी पर अंकुश लगाने के लिए जिला प्रशासन स्तर से यह नई व्यवस्था शुरू की गई है।
दरअसल, विभिन्न विभागों में तैनात कर्मचारी भले ही लेटलतीफ कार्यालय पहुंचते हों, लेकिन उच्चाधिकारियों के पूछे जाने पर कार्यालय में होने की बात कह दिया करते हैं। इसके साथ ही फील्ड के कार्यों से जुड़े कर्मचारी अपने क्षेत्र से गायब रहते हैं, जबकि जानकारी लेने पर वह फील्ड में होने का रटा-रटाया जवाब दे देते हैं। जबकि विशेषकर फील्ड के कार्य से जुड़े रहने वाले ग्राम पंचायत अधिकारियों (सचिवों) को लेकर यह शिकायत हमेशा उठती रहती है कि वह क्षेत्र में कभी नहीं आते। इस तरह की उठती शिकायतों को संज्ञान में लेते हुए मुख्य विकास अधिकारी ने अब सभी कर्मचारियों को सुबह 10 से 11 बजे के बीच वह कहां हैं, इसकी लाइव लोकेशन देने का निर्देश जारी किया है। वाट्सएप ग्रुप के जरिए भेजे जाने वाले लाइव लोकेशन से उनकी मौजूदगी से संबंधित स्थान की जानकारी मिल जाएगी। लाइव लोकेशन भेजने के साथ ही सीडीओ को भी जानकारी देनी होगी। निर्धारित समय में इसे न उपलब्ध कराने पर माना जाएगा कि वह अपने कार्यस्थल व क्षेत्र में नहीं हैं। इससे कर्मचारियों की मनमानी पर अंकुश लगेगा।