रात में धुंध, दिन में धूल ने रोकी रफ्तार

रात में कोहरे की धुंध तो दिन में धूल के गुबार ने वाहनों के पहिए जाम कर दिए हैं। इसके चलते जहां यातायात व्यवस्था ध्वस्त हो गई है वहीं दुर्घटना की आशंका भी बढ़ी है। विशेषकर जौनपुरृ-मीरजापुर हाईवे पर इन दिनों वाहन रेंगते नजर आ रहे हैं। उधर लाख कवायद के बाद भी कार्यदाई संस्था द्वारा सड़क पर पानी का छिड़काव नहीं कराया जा रहा है जो राहगीरों व अन्य लोगों के लिए चिता का सबब बना है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 07 Dec 2019 09:20 PM (IST) Updated:Sun, 08 Dec 2019 06:05 AM (IST)
रात में धुंध, दिन में धूल ने रोकी रफ्तार
रात में धुंध, दिन में धूल ने रोकी रफ्तार

जासं, भदोही : रात में कोहरे की धुंध तो दिन में धूल के गुबार ने वाहनों के पहिए जाम कर दिए हैं। यातायात व्यवस्था ध्वस्त हो गई है वहीं दुर्घटना की आशंका भी बढ़ी है। जौनपुर-मीरजापुर हाईवे पर इन दिनों वाहन रेंगते नजर आ रहे हैं। उधर लाख कवायद के बाद भी कार्यदाई संस्था द्वारा सड़क पर पानी का छिड़काव नहीं कराया जा रहा है।

इंदिरा मिल चौराहे से धौरहरा पुल तक चार किमी की परिधि में इन दिनों निर्माण कार्य चल रहा है। मिट्टी डालकर सड़क समतलीकरण कार्य किया जा रहा। सड़क पर वाहनों का दबाव भी बना है। दिन भर हाईवे पर धूल उड़ती रही। धूल व गर्द में रहने वाले हाईवे के दुकानदार व आसपास के निवासियों को गंभीर समस्या का सामना करना पड़ रहा है। गत 4 दिसंबर को राज्यपाल के आगमन पर जिलाधिकारी ने निर्माण कार्य का जायजा लेते हुए धूल व गर्द की रोकथाम के लिए पानी का छिड़काव करने का आदेश दिया था लेकिन कार्यदाई संस्था पर इसका प्रभाव नहीं पड़ा। आदेश के पालन में गत मंगलवार को एक टैंकर पानी का छिड़काव कर औपचारिकता का निर्वहन किया गया था। इसके चलते न सिर्फ दिन भर अनवरत धूल उड़ रही है बल्कि रात में कोहरे का प्रकोप भी शुरू हो गया है। यानी हाईवे पर न तो दिन में राहत है न ही रात में।

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हाईवे पर खानपान की दुकानदारी हुई चौपट

विवेकानंद चौराहे से इंदिरा मिल चौराहे तक हाईवे पर दो सौ से अधिक दुकानें हैं। 60 से 70 दुकानें खानपान के सामानों की हैं। दिन भर धूल व गर्द उड़ने से खानपान के सामान न सिर्फ खराब हो रहे हैं बल्कि ग्राहक भी दुकानों की ओर नहीं देख रहे है। दुकानदार संकठा प्रसाद का कहना है कि दो सप्ताह से ग्राहकों की आमद में काफी कमी आई है। बताया कि पकौडी छानने के लिए चूल्हे पर कड़ाही चढ़ाना मुश्किल हो गया है। इसी तरह सोमारू, रामजनम, मुश्ताक आदि दुकानदारों ने भी धूल के कारण होने वाले नुकसान को लेकर परेशानी जताई।

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