मेडिकल स्टोर संचालक बने डाक्टर, मनमानी वसूली
कोविड-19 संक्रमण काल में बढ़ी संक्रामक बीमारियों से लोग त्रस्त हैं।
जागरण संवाददाता, मोढ़ (भदोही) : कोविड-19 संक्रमण काल में बढ़ी संक्रामक बीमारियों से लोग त्रस्त हैं। सर्दी, खांसी, जुकाम जैसी समस्या से लगभग हर घर में कोई न कोई ग्रसित है। ऐसे समय में कोरोना के ²ष्टिगत बंद चल रहे राजकीय अस्पतालों की ओपीडी ने मेडिकल स्टोर संचालकों तक को डाक्टर बना दिया है। जो लोगों के उपचार के नाम पर महंगी दवाएं बेचकर मनमानी वसूली करने से पीछे नहीं हट रहे हैं।
संक्रमण व लाकडाउन के चलते लोग घरों से बाहर नहीं निकलना चाह रहे हैं। मौसमी बीमारियों के परेशान लोग जगह-जगह स्थित क्लीनिक व मेडिकल स्टोर का सहारा लेने को विवश हैं। इसे देख क्लीनिक सहित मेडिकल स्टोर संचालकों की ओर से उपचार के नाम पर मनमानी वसूली की जा रही है। यहां तक की लोगों को पानी भी चढ़ाने से पीछे नहीं हट रहे हैं। जबकि स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अनदेखी कर रहा है। अधिवक्ता अमित कुमार ने जिलाधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराते हुए जांच कराने व कार्रवाई की मांग की है।