फार्मासिस्ट एक, उनके नाम मेडिकल स्टोर अनेक

जागरण संवाददाता ज्ञानपुर (भदोही) भले ही मेडिकल स्टोर के संचालन के लिए एक फार्मासिस्ट की

By JagranEdited By: Publish:Mon, 26 Oct 2020 04:17 PM (IST) Updated:Mon, 26 Oct 2020 04:17 PM (IST)
फार्मासिस्ट एक, उनके नाम मेडिकल स्टोर अनेक
फार्मासिस्ट एक, उनके नाम मेडिकल स्टोर अनेक

जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही): भले ही मेडिकल स्टोर के संचालन के लिए एक फार्मासिस्ट की डिग्री पर एक ही लाइसेंस निर्गत किए जाने का शासनादेश जारी हो लेकिन हकीकत इससे जुदा है। एक फार्मासिस्ट के नाम पर कई-कई मेडिकल स्टोर संचालित किए जा रहे है। अकेले ज्ञानपुर नगर में इसकी संख्या एक दर्जन से अधिक है। जिम्मेदार जानते हुए भी हथेली गरम होते ही मुंह मोड़ ले रहे हैं। अधिकतर फार्मासिस्ट ऐसे हैं जिनके नाम पर जनपद में ही दो-दो मेडिकल स्टोर संचालित हैं। अब इसे विभागीय मिलीभगत कहें या फिर कुछ और लेकिन समय-समय पर होने वाली जांच के बाद भी अफसरों की निगाह इस पर नहीं पड़ रही है जो बड़ा सवाल खड़ा कर रहा है।

दरअसल, मेडिकल स्टोर के लाइसेंस के लिए स्वास्थ्य महकमे में हमेशा से ही खेल होता रहा है। तमाम दिशा निर्देश के बाद भी सारे नियम व कानून को ताक पर रखकर लाइसेंस निर्गत कर दिए गए हैं। स्थिति यह है कि अधिकतर फार्मासिस्ट डिग्रीधारी ऐसे हैं जिनकी डिग्री पर दो-दो मेडिकल स्टोर के लाइसेंस जारी हैं। गोपीगंज नगर में ही कई मेडिकल स्टोर ऐसे हैं जो एक ही फार्मासिस्ट के नाम पर चल रहे हैं। बहरहाल यह तो रही मेडिकल स्टोर संचालन के लिए जारी हुए लाइसेंस का हाल, अब यदि इस अनियमितता के खिलाफ कार्रवाई की बात की जाए तो भले ही आए दिन मेडिकल स्टोरों के जांच के दावे किए जाते रहते हों लेकिन इस ओर किसी अफसर की नजर नहीं पड़ रही है। ग्रामीण अंचलों में तो मनमानी तरीके से अप्रशिक्षित लोगों द्वारा मेडिकल स्टोर संचालित किए जा रहे हैं। --------------------

वर्ष 2015 के पहले यह व्यवस्था संभव था लेकिन अब यह सब आनलाइन हो गया है। पोर्टल पर पंजीयन होता है इसलिए फर्जीवाड़ा नहीं किया जा सकता है। बगैर डिग्री वालों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई की जाती है। अभियान के दौरान पकड़े जाने पर कार्रवाई की जाती है। मेडिकल स्टोर पर फार्मासिस्ट को बैठना अनिवार्य है। यदि वह नहीं बैठता है तो लाइसेंस निरस्त कर दिया जाता है। एके बंसल, ड्रग इंस्पेक्टर।

chat bot
आपका साथी