जीवन को अंधकारमय बना देता है नशा

डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी महाविद्यालय में चल रहे सात दिवसीय राष्ट्रीय सेवा योजना के पांचवे दिन सोमवार को मद्यनिषेध व नशा उन्मूलन दिवस के रूप में मनाया गया। इस दौरान शिविरार्थियों ने जागरूकता रैली निकाल कर गांवों का भ्रमण किया तथा ग्रामीणों को नशे से होने वाली हानि के प्रति सचेत करते हुए नशे से मुक्त होने का आह्वान किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 21 Jan 2019 09:43 PM (IST) Updated:Tue, 22 Jan 2019 12:26 AM (IST)
जीवन को अंधकारमय बना देता है नशा
जीवन को अंधकारमय बना देता है नशा

जागरण संवाददाता, भदोही : डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी महाविद्यालय में चल रहे सात दिवसीय राष्ट्रीय सेवा योजना के पांचवे दिन सोमवार को मद्यनिषेध व नशा उन्मूलन दिवस के रूप में मनाया गया। इस दौरान शिविरार्थियों ने जागरूकता रैली निकाल कर गांवों का भ्रमण किया तथा ग्रामीणों को नशे से होने वाली हानि के प्रति सचेत करते हुए नशे से मुक्त होने का आह्वान किया गया।

शिविर के पांचवें दिन शिविरार्थियों ने आसपास की दलित, पाल व राय बस्तियों में जाकर लोगों को नशा उन्मूलन प्रति जागरूक किया। कहा कि नशे का सेवन करने वाले व्यक्ति का जीवन अंधकारमय हो जाता है तथा तमाम प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। नशा जहां स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित होता है वहीं इससे आर्थिक क्षति होती है। इसके अलावा नशे का अधिक सेवन करने वाले असमय ही काल के गाल में समा जाते हैं।

इससे पहले महाविद्यालय परिसर में बौद्धिक गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस मौके पर राष्ट्रीय सेवा योजना के प्रभारी डा. राजकुमार ¨सह यादव, डा. बृजेश कुमार ने शिविरार्थियों को संबंधित विषय की जानकारी देते हुए ग्रामीणों को जागरूक करने के लिए गुरुमंत्र दिए। महाविद्यालय के प्राचार्य डा. सत्येंद्र प्रसाद, डा. यशबीर ¨सह, डा. वर्षारानी ¨सह, डा. माया यादव, डा. रुस्तम अली, डा. गौतम गुप्ता, डा. भावना ¨सह ने भी उक्त विषय पर अपने अपने विचार व्यक्त किए। उधर विभिन्न स्लोगन लिखी तख्तियां लेकर गांव की ओर निकले शिविरार्थियों ने नुक्कड़ नाटक के माध्यम से भी लोगों को सचेत किया।

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