औषधीय व पौष्टिक तत्वों से भरपूर है जामुन

जागरण संवाददाता ज्ञानपुर (भदोही) नगर से लेकर बाजारों तक में जामुन कि बिक्री शुरू हो चुकी है। लोग इसका सेवन भी कर रहे हैं। जिस तरह इसका स्वाद लाजवाब है उसी तरह औषधीय गुणों से भी परिपूर्ण है। जरा सी सावधानी के साथ इसका सेवन करने से यह तमाम रोगों से छुटकारा दिला सकता है। यहां तक की श्वांस सूजन थकान अतिसार कफ जैसी समस्या का निवारण आसानी से हो सकता है। कृषि विज्ञान केंद्र बेजवां की गृह विज्ञान विशेषज्ञ डा. रेखा सिंह ने बताया कि जामुन पौष्टिक तत्वों से भी भरपूर है। इसमें 0.7 फीसद प्रोटीन 0.1 वसा 19.7 फीसद कार्बोहाइड्रेट 78.0 फीसद पानी व विटामिन बी थोड़ी मात्रा के साथ कैल्शियम फास्फोरस लौहतत्व व विटमिन सी भी प्रचुर मात्रा में मिलता है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 24 Jun 2021 12:32 AM (IST) Updated:Thu, 24 Jun 2021 12:32 AM (IST)
औषधीय व पौष्टिक तत्वों से भरपूर है जामुन
औषधीय व पौष्टिक तत्वों से भरपूर है जामुन

जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : नगर से लेकर बाजारों तक में जामुन कि बिक्री शुरू हो चुकी है। लोग इसका सेवन भी कर रहे हैं। जिस तरह इसका स्वाद लाजवाब है उसी तरह औषधीय गुणों से भी परिपूर्ण है। जरा सी सावधानी के साथ इसका सेवन करने से यह तमाम रोगों से छुटकारा दिला सकता है। यहां तक की श्वांस, सूजन, थकान, अतिसार, कफ जैसी समस्या का निवारण आसानी से हो सकता है। कृषि विज्ञान केंद्र बेजवां की गृह विज्ञान विशेषज्ञ डा. रेखा सिंह ने बताया कि जामुन पौष्टिक तत्वों से भी भरपूर है। इसमें 0.7 फीसद प्रोटीन, 0.1 वसा, 19.7 फीसद कार्बोहाइड्रेट, 78.0 फीसद पानी व विटामिन बी थोड़ी मात्रा के साथ कैल्शियम, फास्फोरस, लौहतत्व व विटमिन सी भी प्रचुर मात्रा में मिलता है।

उन्होंने बताया कि काला नमक व चीनी के साथ जामुन का शर्बत बनाकर पीने से दस्त का आना बंद हो जाता है। पेड़ की छाल का काढ़ा शहद के साथ पीने से पेचिश की समस्या दूर होती है। जामुन का सिरका एक चम्मच को पानी में मिलाकर पीने से अपच में लाभ होता है। पत्तों का रस (अर्क) पांच ग्राम की मात्रा में चार-पांच दिन सेवन करने से यकृत वृद्धि मिट जाती है। 200 से 300 ग्राम पके जामुन रोजाना खाली पेट खाने से जिगर की खराबी दूर होती है। पथरी रोग में आराम होता है। मधुमेह के रोगी को जामुन खिलाने से मधुमेह में लाभ होता है। जामुन की गुठलियों को छाया में सुखाकर चूर्ण बनाकर रोजाना सुबह-शाम तीन-तीन ग्राम की मात्रा में पानी के साथ सेवन करने से मधुमेह की समस्या दूर होती है। इसके साथ ही जामुन की गुठली को घिसकर चेहरे पर लगाने से मुहांसे दूर होते हैं तो दातून के रूप में उपोयग करने से दांत मजबूत होते हैं और मुंह के रोग छाले आदि भी ठीक हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि जामुन का अधिक मात्रा में एक साथ सेवन नुकसान भी पहुंचा सकता है। गैस, बुखार, सीने का दर्द जैसी समस्या आ सकती है। जामुन खाने के तुरंत बाद दूध का सेवन कत्तई नहीं करना चाहिए।

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