जाम ने खूब रुलाया, वाहन रेंग न पाया

सिविल लाइन समय दोपहर 12 बजे उक्त मार्ग स्थित प्रमुख निजी विद्यालय की छुट्टी से पहले ही सड़क वाहनों से पट गया। बच्चों को लेने के लिए दो दर्जन चार पहिया व सैकड़ों दो पहिया वाहन विद्यालय के आसपास सड़क पर डट गए थे। उधर स्कूल की छुट्टी होते ही बच्चों का हुजूम सड़क पर उमड़ पड़ा।फिर क्या था देखते ही देखते सड़क पर दोनों ओर वाहनों का तांता लग गया। पकरी तिराहा जाम हो गया तो रेलवे फाटक बंद होते ही रेंगते वाहनों के पहिए भी जहां तहां थम गए। जैसे जैसे देरी होती गई वैसे जाम का दायरा बढ़ता गया। रेलवे फाटक खुलते खुलते स्टेशन रोड पर वाहनों की भरमार हो गई। स्कूल वाहन जहां तहां फंसे रहे तो उसमें बैठे बच्चे घंटों हलकान हुए।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 29 Jul 2019 07:01 PM (IST) Updated:Mon, 29 Jul 2019 07:01 PM (IST)
जाम ने खूब रुलाया, वाहन रेंग न पाया
जाम ने खूब रुलाया, वाहन रेंग न पाया

जागरण संवाददाता, भदोही : सिविल लाइन में दोपहर 12 बजे विद्यालय की छुट्टी से पहले ही सड़क वाहनों से पट गया। बच्चों को लेने के लिए 24 से अधिक चार पहिया व सैकड़ों दो पहिया वाहन विद्यालय के आसपास सड़क पर डटे थे। उधर स्कूल की छुट्टी होते ही बच्चों का हुजूम सड़क पर उमड़ पड़ा। सड़क पर दोनों ओर वाहनों का तांता लग गया। पकरी तिराहा जाम हो गया। रेलवे फाटक बंद होते ही रेंगते वाहनों के पहिए भी थम गए। जाम का दायरा बढ़ता गया। रेलवे फाटक खुलते के बाद स्टेशन रोड पर वाहनों की भरमार हो गई। बच्चे घंटों हलकान हुए।

रेलवे स्टेशन के सामने से मुल्ला तालाब तक सौ मीटर की दूरी तय करना सोमवार को मुश्किल भरा रहा। एक तरफ स्कूली वाहनों की भरमार तो दूसरी ओर इलाहाबाद बैंक के सामने ट्रक सड़क पर आकर खड़ा हो गए। सुबह 10 बजे से दोपहर दो बजे तक लोग जाम से जूझते रहे। पुलिस को भी फोन कर स्थिति से अवगत कराया लेकिन कोई प्रभाव नहीं। चार घंटे तक स्टेशन रोड पर जाम की स्थिति बनी रही। माल लोड कर उक्त ट्रक के जाने के बाद ही लोगों को राहत मिली।

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वाहनों के दबाव से ठिठक गए वाहन

जाम का दायरा स्टेशन रोड होते हुए लिप्पन व गजिया तक पहुंच गया। वाहनों के भारी दबाव के बीच लोग ठिठक गए। इसी बीच स्टेशन रोड स्थित विद्यालयों की छुट्टी हो गई। गजिया तक वाहनों के पहिए जाम हो गए। इस बीच लिप्पन तिराहे पर तैनात होमगार्ड के जवान मूकदर्शक बने रहे। बहरहाल जैसे तैसे जाम छंटा तब जाकर लोगों ने राहत की सांस ली।

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