नारी को दोयम दर्जे का नागरिक मानना नितांत अनुचित

जागरण संवाददाता ज्ञानपुर (भदोही) नारी शक्ति और सृजन की क्षमता को अपने अंदर समाहित किए

By JagranEdited By: Publish:Sun, 10 Oct 2021 05:36 PM (IST) Updated:Sun, 10 Oct 2021 05:36 PM (IST)
नारी को दोयम दर्जे का नागरिक मानना नितांत अनुचित
नारी को दोयम दर्जे का नागरिक मानना नितांत अनुचित

जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : नारी शक्ति और सृजन की क्षमता को अपने अंदर समाहित किए है। फिर भी उसे समाज में दोयम दर्जे का नागरिक माना जाता है। जो नितांत अनुचित है। इस सोच को बदलना होगा। काशी नरेश राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय ज्ञानपुर में मिशन शक्ति एवं महिला अध्ययन केंद्र के संयुक्त तत्वावधान में महिला जागरूकता एवं पुलिस सुरक्षा विषय पर आयोजित आनलाइन गोष्ठी में सम्मान प्राप्त, सहायक पुलिस आयुक्त महिला अपराध लखनऊ डा. अर्चना सिंह ने यह बातें कहीं। वह मुख्य वक्ता के रूप में बोल रही थीं। परिवार में बेटे और बेटी शिक्षा का समान अवसर देने पर जोर दिया।

उन्होंने बालिकाओं को संकोच व झिझक छोड़कर आगे बढ़ने का संदेश दिया। कहा कि वह आगे बढ़े, सफलता कदम चूमेगी। कहा कि उनके साथ कोई अपराध होता है तो वह पुलिस की सहायता लें। उन्होंने महिला हेल्पलाइन नम्बर 112, 1090, 181 तथा महानगरों में सार्वजनिक स्थानों पर बने पिक बूथ से सहायता लेने के संबंध में विस्तार से चर्चा की। कार्यक्रम संयोजिका डा. मोनिका सरोज ने गोष्ठी के उद्देश्य पर प्रकाश डाला। संचालन डा. कामिनी वर्मा तथा अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डा. पीएन डोंगरे ने की। गोष्ठी में महाविद्यालय के कई प्राध्यापक व छात्र, छात्राओं ने आनलाइन जुड़कर विचार साझा किए।

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