मिट्टी के गुणवत्ता संवर्धन पर चला गहन मंथन

ज्ञानपुर (भदोही) कृषि विज्ञान केंद्र बेजवां में रविवार को विश्व मृदा दिवस के मौके पर आयोजित मृदा में लवणता रोको और उत्पादकता बढ़ाओ विषयक गोष्ठी में मिट्टी के गुणवत्ता संवर्धन पर गहन मंथन किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 05 Dec 2021 04:33 PM (IST) Updated:Sun, 05 Dec 2021 04:33 PM (IST)
मिट्टी के गुणवत्ता संवर्धन पर चला गहन मंथन
मिट्टी के गुणवत्ता संवर्धन पर चला गहन मंथन

जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : कृषि विज्ञान केंद्र बेजवां में रविवार को विश्व मृदा दिवस के मौके पर आयोजित मृदा में लवणता रोको और उत्पादकता बढ़ाओ विषयक गोष्ठी में मिट्टी के गुणवत्ता संवर्धन पर गहन मंथन किया गया। किसानों को मिट्टी की उर्वरता बढ़ाने के लिए जैविक उर्वरकों का अधिकाधिक प्रयोग करने का संदेश दिया गया।

उपकृषि निदेशक अरविद कुमार सिंह ने जनपद में मृदा के भौतिक और जैविक गुणों के गिरती स्थिति के बारे में जानकारी देते हुए संरक्षण करने पर जोर दिया।

केंद्र के प्रभारी डा. विश्वेंदु द्विवेदी ने कहा कि मिट्टी के उपजाऊपन को बनाए रखने के लिए बेहतर कृषि पद्धति और नवीनतम कृषि तकनीक के प्रयोग पर बल दिया। गृह विशेषज्ञ डा. रेखा सिंह ने खनिज अयस्क की भूमिका पर प्रकाश डाला। बताया कि रसोईं घर से निकले वेस्ट को मृदा में उपयोग कर उत्पादकता बढ़ाई जा सकती है। कृषि प्रसार विशेषज्ञ डा. आरपी चौधरी ने मृदा में जैविक खाद एवं प्रायोगिक जैविक जीवाणुयुक्त खाद का प्रयोग करने की बात कही। पशु चिकित्सा विशेषज्ञ डा. गोविद कुमार चौधरी ने कृषि व पशुपालन को एक-दूसरे के पूरक बताते हुए कहा कि पशुपालन से मिलने वाले गोबर खाद व उसके लाभ के बारे में जानकारी दी। कृषि मौसम विशेषज्ञ सर्वेश बरनवाल ने मृदा क्षरण में उत्तरदाई कारकों, हवा और पानी के बदलते परिवेश से होने वाले बदलाव के बारे में जानकारी दी। डा. पीसी सिंह, धनंजय प्रसाद सिंह, प्रमोद पासवान ने तकनीकी सहयोग दिया। कार्यक्रम में पन्नालाल चौहान, कमलेश चौबे, महेश सिंह, विनोद यादव, धर्मेंद्र बिद, गोविद बिद आदि किसान थे।

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