तहसीलों में शिकायतों की फीडिग में खेल, अफसर पास फरियादी फेल

तहसीलों में सात और 21 अगस्त को संपूर्ण समाधान दिवस का आयो

By JagranEdited By: Publish:Tue, 14 Sep 2021 05:44 PM (IST) Updated:Tue, 14 Sep 2021 05:44 PM (IST)
तहसीलों में शिकायतों की फीडिग में खेल, अफसर पास फरियादी फेल
तहसीलों में शिकायतों की फीडिग में खेल, अफसर पास फरियादी फेल

जागरण संवाददाता ज्ञानपुर (भदोही) : तहसीलों में सात और 21 अगस्त को संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया था। कहीं पर मंडलायुक्त तो कहीं पर जिलाधिकारी खुद फरियादियों की फरियाद सुन रहे थे। इस दौरान औराई में 44, ज्ञानपुर में नौ और भदोही में कुल 63 मामले फीड किए गए हैं। सभी मामलों को निस्तारित भी किया जा चुका है। तहसीलों में आए शिकायतों का यह आंकड़ा किसी के गले के नीचे नहीं उतर रहा है। हकीकत यह है कि अधिकारी अपनी गर्दन बचाने के लिए तहसीलों में आए मामलों की फीडिग नहीं कराते हैं। गांव से आए कम पढ़े- लिखे फरियादी भी अधिकारियों के इस तिकड़म को नहीं समझ पाते हैं। मुख्यमंत्री के वीडियो कांफ्रेंसिग में अधिकारी खूब वाहवाही बटोरते हैं लेकिन फरियादी न्याय के लिए दफ्तर में चक्कर काट रहे हैं।

भदोही तहसील क्षेत्र के मई हरदोपट्टी निवासी रामसेवक सिंह ऊर्फ मालिक सिंह ने आबादी की भूमि पर बनी सड़क को दबंगों द्वारा खड़ंजा उखाड़ने की शिकायत आइजीआरएस और मुख्यमंत्री पोर्टल पर दर्ज कराई थी। स्थानीय अधिकारियों ने शिकायत को मनमानी तरीके से निस्तारित कर दिया गया। मालिक सिंह के मोबाइल फोन पर लखनऊ से कई बार क्रास चेकिग की गई। वह कई बार हकीकत से अवगत भी कराया कि अभी दबंगों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। सड़क का भी निर्माण नहीं कराया जा सका है। यह तो एक बानगी भर है। इसके अलावा आइजीआरएस और सीएम के पोर्टल पर मिल रही शिकायतों को अधिकारी मनमानी तरीके से निस्तारित कर दे रहें है। खास बात तो यह है कि कोई भी पीड़ित कार्रवाई के लिए शिकायत करता है लेकिन कार्रवाई के बजाए मात्र संबंधित अधिकारियों एवं विभागीय कर्मियों की रिपोर्ट भेजकर इतिश्री कर ली जा रही है। दो दिन में ही करना है वारा-न्यारा

शिकायतों के निस्तारण में हो रही मनमानी को लेकर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को चेताया है। ऐसे अधिकारियों पर कार्रवाई करने को कहा है। समन्वित शिकायत निवारण प्रणाली पर दर्ज शिकायतों का दो दिन में ही वारा-न्यारा कर दिया जाता है। अब तक कुल 860 मामले प्राप्त हुए हैं। इसमें नौ मामले डिफाल्टर हो गए हैं। पूर्ति निरीक्षक औराई, जिला पंचायत राज अधिकारी और बीडीओ डीघ के यहां सर्वाधिक मामले लंबित हैं। इस तरह के आंकड़ों को देखकर मैने भी सवाल किया था लेकिन डीएम सहित अन्य अधिकारी लगातार फरियाद सुनते हैं। संपूर्ण समाधान दिवस में कभी कम तो कभी अधिक मामले आते रहते हैं। शिकायतों निस्तारण गुणवत्तापूर्ण होना चाहिए।

शैलेंद्र कुमार मिश्र, अपर जिलाधिकारी भदोही।

chat bot
आपका साथी