उद्यान विभाग अनुदान पर बांटेगा किसानों को आलू बीज
जागरण संवाददाता ज्ञानपुर (भदोही) आलू की बोआई का समय आ चुका है। उपरवार खेतों में कि
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : आलू की बोआई का समय आ चुका है। उपरवार खेतों में किसान बोआई की तैयारी में जुट भी चुके हैं। कहीं खेतों की तैयार किया जा रहा है तो कहीं बोआई को लेकर किसान बीज आदि का जुगाड़ करने में लगे हैं। ऐसे में उद्यान विभाग भी किसानों को राहत देने को लेकर बीज वितरण का काम करेगा। किसानों को उद्यान विभाग से 100 क्विटल बीज वितरण का लक्ष्य तय किया गया है। हालांकि बीज की आमद अभी नहीं हो सकी है, लेकिन किसानों से आवेदन लेने आदि की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसके साथ ही किसानों को बोआई में उर्वरक प्रबंधन से लेकर अन्य सावधानी बरतने को लेकर एडवाइजरी भी जारी की गई है। जिससे किसान सावधानी बरतकर अधिक उपज हासिल कर सकें।
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कैसे मिलेगा बीज पर अनुदान
- आलू बीज का प्रति क्विटल 3380 रुपये मूल्य तय किया गया है। इसमें रजिस्ट्रेशन कराकर आलू क्रय करने वाले किसानों को 1000 रुपये अनुदान दिया जाएगा। किसानों से आवेदन लेने का काम शुरू कर दिया गया है। प्रथम आवक, प्रथम पावक के आधार पर किसानों का चयन किया जाएगा।
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क्या बरतें आलू की बोआई में सावधानी
- आलू की बोआई का माकूल समय चल रहा है। जो खेत खाली हैं किसान अब उसमें बोआई कर सकते हैं। जिला उद्यान अधिकारी सुनील कुमार तिवारी ने बताया कि बताया कि बीज में हमेशा बड़े साइज की आलू का प्रयोग करें। इससे लागत भले ही कुछ ज्यादा आएगी लेकिन पौधे बेहतर होंगे और उपज बढ़ेगी। तीन से साढ़े तीन सेमी साइज व 30 से 40 ग्राम वजन के आलू बीज ही बोएं। कोल्ड स्टोरेज से निकले आलू की बोआई तुरंत न करें। कम से कम 10 से 15 दिन बाहर छाए में रखने के बाद ही बोआई करने से जमाव बेहतर होगा।
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कैसे करें खेत की तैयारी
- खेत की तैयारी के बारे में बताया कि प्रति हेक्टेयर दो सौ कुंतल गोबर की सड़ी खाद का छिड़काव कर खेत की अच्छी तरह जोताई करानी चाहिए। ताकि मिट्टी पूरी तरह भुरभुरी हो जाय। साथ ही बोआई करते समय मिट्टी में पर्याप्त नमी रहनी चाहिए। बोआई करते समय लाइन से लाइन की दूरी 60 सेमी व बीज से बीज की दूरी 40 सेमी होनी चाहिए। आलू बीज को बोआई के पूर्व वीटावैक्स दवा से शोधित करने से फसल में लगने वाले तमाम रोग जहां दूर हो जाते हैं वहीं बीज का जमाव भी अच्छा होता है।