स्वास्थ्य विभाग और अस्पतालों तिकड़म में फंसी योजना
स्वास्थ्य विभाग और प्राइवेट अस्पतालों के तिकड़म में भारत सरकार की अति महत्वाकांक्षी आयुष्मान भारत योजना फंसी हुई है।
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर(भदोही): स्वास्थ्य विभाग और प्राइवेट अस्पतालों के तिकड़म में भारत सरकार की अति महत्वाकांक्षी आयुष्मान भारत योजना फंसी हुई है। अभी तक इस योजना के अंतर्गत एक भी संक्रमितों का इलाज नहीं हो सका है। किसी गरीब ने यदि योजना के अंतर्गत इलाज का मन भी बनाया तो संचालक बहानेबाजी कर देते हैं। परिणाम होता है कि गरीब महंगे दाम पर इलाज कराने के लिए मजबूर हो जाते हैं।
गरीबों के इलाज के लिए भारत सरकार की ओर से आयुष्मान भारत योजन संचालित की गई है। इसके अंतर्गत जिले में करीब एक लाख लाभार्थियों को कार्ड बनाया गया है। इस योजना में गरीबों का पांच लाख रुपये तक मुफ्त इलाज किया जाता है। वैश्विक महामारी को देखते हुए शासन की ओर से गाइडलाइन जारी किया गया था कि कोरोरा संक्रमितों का भी इलाज आयुष्मान भारत योजना से कराया जा सकता है। अधिकृत कोविड अस्पताल इसका लाभ गरीबों को उपलब्ध कराएंगे। यह सब कागजों में ही सिमट गया है। कोविड अस्पताल के संचालकों का कहना है कि स्पष्ट निर्देश जारी न होने से इस योजना का लाभ नहीं दिया जा सका है। हकीकत यह है कि अभी तक एक भी गरीबों को आयुष्मान भारत योजना का लाभ नहीं मिल पाया है। सीएमओ डा. लक्ष्मी सिंह का कहना है कि आयुष्मान भारत योजना का लाभ जिस तरीके से अन्य मरीजों को दिया जाता है उसी तरह से कोविड का भी इलाज किया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि शासन की ओर से अभी तक कोविड से अलग दर निश्चित होकर नहीं मिला है।
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अधिकृत कोविड अस्पताल
- सूर्या ट्रामा सेंटर, औराई।
- आनंद हास्पिटल औराई।
- जीवन ज्योति अस्पताल भदोही।
- प्रतिमा हास्पिटल भदोही।
- जीया हार्ट अस्पताल भदोही।
- जीवन धारा अस्पताल भदोही।
- जीवन दीप अस्पताल भदोही।