कश्मीर में बेगुनाह हिदुओं की हत्या पर रोक लगाए सरकार
जासं भदोही कश्मीर में दो दिन के अंदर चार हिदुओं की हत्या से जहां देश में हड़कंप मच
जासं, भदोही : कश्मीर में दो दिन के अंदर चार हिदुओं की हत्या से जहां देश में हड़कंप मच गया है तो वहीं हिदू संगठन मुखर हो गए हैं। संगठन के राष्ट्रीय नेतृत्व के आह्वान पर शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय हिदू परिषद व राष्ट्रीय बजरंग दल के पदाधिकारियों ने तहसील पहुंचकर घटना पर विरोध जताया। इस दौरान प्रधानमंत्री को संबोधित तहसीलदार को सौंपा।
संगठन के काशी प्रांत महामंत्री तरुण शुक्ला ने कहा कि काश्मीर में हिदुओं को टारगेट किया जा रहा है। राकेश पंडित, मक्खनलाल, वीरेंद्र पासवान, सुपिदर कौर, दीपक चांद की हत्या सोची समझी साजिश का नतीजा है। इनको सिर्फ इसलिए मार दिया गया कि यह सभी हिदू थे। उन्होंने कहा कि धारा 370 तो समाप्त कर दिया गया लेकिन काश्मीर से आतंकवाद का नाश करने में सरकार सफल नहीं हुई। पड़ोसी देश पाकिस्तान की शह पर आतंकी परिचय पत्र देकर हिदुओं व सिखों की हत्या कर रहे हैं जबकि सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है। इजराइल की तरह अपने देश के नागरिकों की सुरक्षा करना सरकार की जिम्मेदारी है। परिषद के विभाग अध्यक्ष संतोष दुबे ने कहा कि काश्मीर घाटी में आतंकवाद खड़ा करने वाले मदरसे व तब्लीगी जमात पर प्रतिबंध लगाने की जरूरत है। सेना व पुलिस को खुली छूट मिलनी चाहिए ताकि हिदुओं की सुरक्षा हो सके। इस मौके पर संगठन के पूर्व फौजी परिषद जिलाध्यक्ष राजेश शुक्ला, जिलामंत्री गोपाल कृष्ण दुबे, जगदीश पटेल, विजय जायसवाल, इंदल सिंह ,रोमेश दुबे, सुमित पाठक, प्रद्युम्न दुबे, छोटू मिश्रा, आकाश दुबे, मुकेश सिन्हा, चंदन मौर्य आदि थे।