स्वरोजगार के लिए छात्रों को तकनीकी ज्ञान होना आवश्यक

डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी राजकीय महाविद्यालय में सोमवार को संस्थागत नवाचार परिषद (अ

By JagranEdited By: Publish:Mon, 14 Jun 2021 07:49 PM (IST) Updated:Mon, 14 Jun 2021 07:49 PM (IST)
स्वरोजगार के लिए छात्रों को तकनीकी ज्ञान होना आवश्यक
स्वरोजगार के लिए छात्रों को तकनीकी ज्ञान होना आवश्यक

जासं, भदोही : डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी राजकीय महाविद्यालय में सोमवार को संस्थागत नवाचार परिषद (आइआइसी) में वेबिनार का आयोजन किया गया। भारतीय कालीन प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइसीटी) की सहायक आचार्य डा. बेट्टी दासगुप्ता ने छात्रों की समस्याओं को इंगित करते हुए आनलाइन गतिविधियों के साथ-साथ आफलाइन कार्यक्रम कराने पर बल दिया। इसी तरह आइआइसीटी के डा.श्रवण कुमार गुप्ता ने हथकरघा कालीन के बारे में जानकारी प्रदान की।

प्राचार्य प्रो. मुरलीधर राम ने परिषद द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा करते हुए त्रैमासिक कार्यों की योजना तैयार पर चर्चा की। बताया कि कालीन उद्योग के चलते यहां रोजगार की अपार संभावनाएं हैं। छात्रों को अधिक से अधिक तकनीकी ज्ञान देने व स्वरोजगार के लिए प्रेरित करने की जरूरत है। बताया कि महाविद्यालय इसके लिए लगातार प्रयासरत है। परिषद के अध्यक्ष डा. ब्रजेश सिंह ने बताया कि छात्रों में तकनीकी कौशल के विकास रोजगार के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इसके लिए समय- समय पर विशेषज्ञों द्वारा कार्यशाला, व्याख्यान आदि का आयोजन किया जाता है। बताया कि 19 जून को डा. धीरेंद्र प्रताप सिंह, मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रानिक्स एंड आइटी, भारत सरकार, नई दिल्ली से संबद्ध विशेषज्ञों का व्याख्यान होगा। इसी तरह 15 जून, मंगलवार को डा. सुधीर कुमार चतुर्वेदी, हेमवती नंदन बहुगुणा विश्वविद्यालय, श्रीनगर, उत्तराखंड द्वारा ओरिएंटेशन प्रोग्राम सुनिश्चित किया गया है। छात्र और शिक्षक इसमें शामिल होकर ज्ञानवर्धन कर सकते हैं। डा. अनुराग सिंह डा. माया यादव, डा. वर्षा रानी, डा. अनीश कुमार मिश्र, डा.राजकुमार सिंह यादव, डा. आशुतोष श्रीवास्तव डा. भावना सिंह, डा. गौतम गुप्ता, डा. रुस्तम अली, डा. श्वेता सिंह आदि थे।

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