अपर मुख्य सचिव ने मांगा प्रस्ताव, बीडा ने नहीं दिया ध्यान

कालीन नगरी को मूलभूत सुविधाओं से सुसज्जित करने के प्रति गंभीर है तो भदोही औद्योगिक विकास

By JagranEdited By: Publish:Wed, 24 Feb 2021 07:30 PM (IST) Updated:Wed, 24 Feb 2021 07:30 PM (IST)
अपर मुख्य सचिव ने मांगा प्रस्ताव, बीडा ने नहीं दिया ध्यान
अपर मुख्य सचिव ने मांगा प्रस्ताव, बीडा ने नहीं दिया ध्यान

कालीन नगरी को मूलभूत सुविधाओं से सुसज्जित करने के प्रति गंभीर है तो भदोही औद्योगिक विकास प्राधिकरण भदोही (बीडा) अधिकारी उदासीन

---अनदेखी

- चार माह बाद भी सड़कों के निर्माण का नहीं तैयार हो सका स्टीमेट

- बीडा ने कई सड़कों का कराया था सर्वे, ठंडे बस्ते में पहुंचा मामला

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जागरण संवाददाता, भदोही : सूक्ष्म, लघु, मध्यम उद्यम एवं निर्यात प्रोत्साहन विभाग कालीन नगरी को मूलभूत सुविधाओं से सुसज्जित करने के प्रति गंभीर है तो भदोही औद्योगिक विकास प्राधिकरण भदोही (बीडा) अधिकारी उदासीन। आलम यह है कि अपर मुख्य सचिव डा. नवनीत सहगल की ओर से मांगें गए प्रस्ताव पर गंभीरता नहीं दिखाई। आलम यह है कि चार माह बाद भी बीडा की ओर से प्रस्ताव नहीं भेजा जा सका है। ऐसे में विकास कैसे सुनिश्चित होगा यह बड़ा सवाल बना हुआ है।

विभाग के अपर मुख्य सचिव ने निर्यातपरक अवस्थापना के लिए बीडा से अक्टूबर 2020 में प्रस्ताव मांगा था। इसके लिए 25 दिन की समयावधि तय की गई थी। बीडा ने चार नवंबर को मथुरापुर हाइवे से नईबाजार को जाने वाले मार्ग का सर्वे किया गया था। इसके अलावा भी कई सड़कों का निरीक्षण किया गया। सीईपीसी व एकमा पदाधिकारियों के साथ बैठक कर मंथन भी किया गया लेकिन चार माह बाद भी किस सड़क के निर्माण के लिए प्रस्ताव भेजा जाय इसकी सूची तैयार नहीं हो सकी। वैसे इस संबंध में बीडा अधिकारियों का कहना है कि कालीन निर्यात सवंर्धन परिषद (सीईपीसी) व अखिल भारतीय कालीन निर्माता संघ (एकमा) के पदाधिकारियों संग बैठक कर विचार विमर्श भी कर किया था। सीईपीसी ने रेवड़ा परसपुर-रामरायपुर मार्ग, सर्विस लेन सहित कई सड़कों के निर्माण का सुझाव दिया है लेकिन इन सड़कों के लिए लोक निर्माण विभाग द्वारा पहले से ही शासन को स्टीमेट बनाकर भेजा जा चुका है। ऐसे में एक ही सड़क के लिए दो बार स्टीमेट नहीं भेजा सकता।

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