स्टार्टअप की बढ़ती आवश्यकता पर मंथन
जासं भदोही डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी राजकीय महाविद्यालय में शनिवार को नवाचार परिषद के तत्वा
जासं, भदोही : डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी राजकीय महाविद्यालय में शनिवार को नवाचार परिषद के तत्वावधान में आनलाइन संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इसमें देश के प्रख्यात संस्थानों के विशेषज्ञों ने भागीदारी करते हुए छात्रों को स्टार्टअप की वर्तमान में बढ़ती हुई आवश्यकता पर बल दिया। बताया कि इसे कैसे शुरू किया जा सकता है इसके लिए क्या- क्या आवश्यकताएं हैं।
भारत सरकार (नई दिल्ली) मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रानिक्स एंड आईटी के विशेषज्ञ धीरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि स्टार्टअप में शुरुआती कठिनाई आती है लेकिन परिश्रम कर उसे दूर किया जा सकता है। इसके लिए हमें पहले से प्लान बनाकर चलना चाहिए। प्लान में इंटरनेट के साथ-साथ संबंधित क्षेत्र के अनुभवी व्यक्तियों की दिनचर्या और अनुभव को अवश्य शामिल करना चाहिए। अपनी गतिविधियों का इंटरनेट मीडिया के माध्यम से अधिक से अधिक लोगों तक प्रचार प्रसार करना चाहिए। तकनीकी का अधिक से अधिक प्रयोग करना चाहिए। कानून और वित्तीय नियमों से परिचित होना जरूरी है। कहा कि मार्केटिग के क्षेत्र में जाने से पहले मार्केट के बारे में शोध कार्य करने से कठिनाइयों से बचा सकता है। परिषद के अध्यक्ष व कार्यक्रम संयोजक डा. ब्रजेश सिंह ने बताया कि विभिन्न उद्योगों में लगने वाले कच्चे माल व प्रोडक्ट के वितरण से संबंधित जानकारी प्रदान की। इससे पहले प्राचार्य प्रो. मुरलीधर राम ने मुख्य अतिथि का स्वागत कर संबंधित विषय पर अपना विचार व्यक्त किया। डा. भावना सिंह ने आभार जताया। इस मौके पर डा. यशवीर सिंह, डा गौतम गुप्ता, डा. माया यादव, डा. राजकुमार आदि थे।