निजीकरण के विरोध में विद्युत कर्मियों ने किया प्रदर्शन
जागरण संवाददाता ज्ञानपुर (भदोही) प्रदेशव्यापी आंदोलन के आह्वान पर बिजली विभाग के इंजीनियरो
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : प्रदेशव्यापी आंदोलन के आह्वान पर बिजली विभाग के इंजीनियरों ने अधिशासी अभियंता कार्यालय के सामने प्रदर्शन कर निजीकरण का विरोध जताया। हाथों में तख्तियां लेकर सरकार विरोधी जमकर नारे लगाए। गुरुवार को कार्यालय के सामने जुटे इंजीनियरों ने आरोप लगाया कि महामारी के दौर में राज्य सरकार बिजली वितरण का निजीकरण करने पर तुली है। चेताया कि यदि निजीकरण की प्रक्रिया पूरी तरह वापस न हुई तो देश व्यापी हड़ताल किया जाएगा। कहा कि निजी हाथों में अधिकार देने के बाद 10 रुपये से कम यूनिट पर किसी भी उपभोक्ता को बिजली नहीं मिलेगी। अनुबंध के अनुसार सरकार बाजार से महंगी बिजली खरीदकर निजी कंपनियों को सस्ती दरों पर बिजली उपलब्ध कराएगी। जिससे विभागीय राजस्व को नुकसान होगा। आंदोलन में एसडीओ दीपक पटेल, अवधेश कुमार पाल, जेई माधव कुमार द्विवेदी, आनंद प्रकाश आदि शामिल थे।
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ये रही मांगें
- प्रदेश के ऊर्जा निगमों का एकीकरण कर यूपीएसइबी का गठन किया जाए।
- निजीकरण व फ्रेंचाइजी की समस्त प्रक्रिया निरस्त हो।
- बिजली कर्मियों के लिए पुरानी पेंशन प्रणाली लागू करें।
- संविदा कर्मियों को नियमित व खाली नियमित पदों को भरें।
- सभी संवर्गों की वेतन विसंगतियों का निराकरण किया जाए।
- सभी संवर्गों को पूर्व की तरह तीन पदोन्नति मिले।
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डाककर्मियों ने किया विरोध-प्रदर्शन
जासं, भदोही : ट्रेड यूनियन के आह्वान पर गुरुवार को हड़ताल में डाकघर के कर्मचारी भी शामिल हुए। स्टेशन रोड स्थित डाकघर के बाहर विरोध प्रदर्शन करते हुए कर्मचारियों ने नारेबाजी की। 14 सूत्रीय मांगों को लेकर आवाज बुलंद की गई। एनपीएस को हटाकर पुरानी पेंशन योजना लागू करने, निजीकरण पर रोक, डीए की पुन: बहाली, एरियर और डीए का भुगतान, रिक्त पदों को भरने, समान काम समान वेतन, कोविड-19 में इमरजेंसी सेवा देने वाले कर्मचारियों की मृत्यु होने पर अनुकंपा के आधार पर नौकरी सहित अन्य मांगों को लेकर आवाज बुलंद की गई। इस दौरान कर्मचारियों ने कामकाज ठप कर सरकार की श्रम नीतियों की विरोध किया। इस मौके पर सचिन कुमार, हर्षित कुमार, मनोज कुमार घनश्याम मौर्य, अशोक श्रीवास्तव, नंदलाल आदि थे।