1.71 लाख बच्चों के राशन पर लगा ग्रहण

विभागीय उदासीनता या फिर लापरवाही परिषदीय विद्यालयों में पंजीकृत 1.71 लाख बच्चों के दोपहर के भोजन के लिए आए खाद्यान्न पर ग्रहण लग चुका है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 16 Jun 2021 05:25 PM (IST) Updated:Wed, 16 Jun 2021 05:25 PM (IST)
1.71 लाख बच्चों के राशन पर लगा ग्रहण
1.71 लाख बच्चों के राशन पर लगा ग्रहण

जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : विभागीय उदासीनता या फिर लापरवाही, परिषदीय विद्यालयों में पंजीकृत 1.71 लाख बच्चों के दोपहर के भोजन के लिए आए खाद्यान्न पर ग्रहण लग चुका है। कोरोना काल में बच्चों व उनके अभिभावकों को राहत देने से उद्देश्य से शासन स्तर से आवंटित किया गया 20 हजार क्विटल खाद्यान्न कोटेदारों के गोदाम में तो 10 करोड़ रुपये कन्वर्जन कास्ट विद्यालय प्रबंध समितियों (एसएमएसी) के खाते में डंप है। बच्चे खाद्यान्न का इंतजार कर रहे हैं तो विभागीय स्तर से विद्यालय बंद होने की आड़ में प्राधिकार पत्र जारी नहीं किया जा सका है। कब खाद्यान्न उन तक पहुंचेगा, कुछ कहा नहीं जा सकता।

कोरोना के चलते 22 मार्च 2020 से ही परिषदीय प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालयों को फरवरी 2021 तक बंद कर दिया गया था। शासन ने इस अवधि का खाद्यान्न उन्हें वितरित कराने और कन्वर्जन कास्ट अभिभावकों के खाते में भेजने का निर्णय लिया। पूर्व में क्रमश: 76 व 49 दिन का खाद्यान्न व कन्वर्जन कास्ट भेजा गया था, जबकि अप्रैल से पहले बंद रहे प्राथमिक विद्यालय के बच्चों के लिए 138 व पूर्व माध्यमिक विद्यालय के बच्चों के लिए 124 दिन का करीब 20,000 क्विटल खाद्यान्न शासन की ओर से आवंटित किया गया है। साथ ही बच्चों के खाते में भेजने के लिए 10 करोड़ रुपये कन्वर्जन कास्ट भी अवमुक्त कर दिया गया है। करीब दो माह पहले खाद्यान्न का उठान भी किया जा चुका है लेकिन न तो बच्चों को खाद्यान्न मिला, न तो कन्वर्जन कास्ट खाते में पहुंचा।

---------

कितना मिलेगा खाद्यान्न व कन्वर्जन कास्ट

प्राथमिक विद्यालय के प्रत्येक बच्चों को कन्वर्जन कास्ट के रूप में 685 रुपये दिया जाएगा। वहीं 13 किलो 800 ग्राम खाद्यान्न दिया जाएगा। इसके अलावा पूर्व माध्यमिक विद्यालय के बच्चों के लिए 18 किलो 600 ग्राम खाद्यान्न व 923 रुपये की दर से कन्वर्जन कास्ट अभिभावकों के खाते में भेजा जाएगा। वर्जन--

प्राधिकार पत्र बनवाकर बच्चों को खाद्यान्न वितरित कराने का निर्देश खंड शिक्षाधिकारियों को दिया गया है। साथ ही विद्यालय प्रबंध समितियों को बच्चों के खाते में धनराशि भेजने का भी निर्देश दिया गया है। विद्यालय बंद होने से समस्या आ रही है।

--सौरभ सिंह, जिला समन्वयक, मध्याह्न भोजन योजना।

chat bot
आपका साथी