यज्ञ मंडप में देवताओं का होता है वास, परिक्रमा से पुण्यलाभ

जासं गोपीगंज (भदोही) प्राचीन दुर्गा मंदिर में चल रहे शतचंडी महायज्ञ के तीसरे दिन शनिवार क

By JagranEdited By: Publish:Sat, 23 Oct 2021 05:09 PM (IST) Updated:Sat, 23 Oct 2021 05:09 PM (IST)
यज्ञ मंडप में देवताओं का होता है वास, परिक्रमा से पुण्यलाभ
यज्ञ मंडप में देवताओं का होता है वास, परिक्रमा से पुण्यलाभ

जासं, गोपीगंज (भदोही) :प्राचीन दुर्गा मंदिर में चल रहे शतचंडी महायज्ञ के तीसरे दिन शनिवार को अग्निमंथन व दुर्गा सप्तशती पाठ के साथ हवन पूजन किया गया। पूजन कार्यक्रम के पहले मंदिर में विधि-विधान से ध्वज और कलश स्थापना की गई। धार्मिक आयोजन में अग्निमंथन से प्रकट अग्नि से शतचंडी यज्ञ को प्रज्ज्वलित किया। काशी के वैदिक यज्ञाचार्य राकेश भार्गव ने कहा कि यज्ञ में भगवान वेदनारायण का वास होता है। कथा के दौरान श्रद्धालुओं को बताया कि यज्ञ से बारिश होती है। इसी से धन धान्य की पैदावार होकर सृष्टि का पालन पोषण होता है। श्रद्धालुओं को बताया कि यज्ञ में दी जाने वाली आहुति से मानव कल्याण के साथ पर्यावरण प्रकृति भी शुद्ध होता है। यज्ञ नारायण मंडप परिक्रमा का भी पुण्य लाभ मिलता है।

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