मुफ्तखोरी की कीमत चुका रहे मुसाफिर

स्थान राजमार्ग पर स्थित औराई बाजार से आगे पूर्वी तरफ स्थित ढाबा। परिवहन निगम की बस पहुंचते ही चालक के पांव ब्रेक पर जम जाते है। बस खड़ी होती है कि परिचालक हांक लगाता है ले लो भाई जिसे जो लेना हो। आवाज सुन नजर घूमी और टिक गई ढाबे के सामने लगे उस बोर्ड पर। जिस पर अंकित है उत्तर प्रदेश परिवहन निगम बस स्टेशन औराई।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 14 Dec 2019 08:34 PM (IST) Updated:Sun, 15 Dec 2019 12:59 AM (IST)
मुफ्तखोरी की कीमत चुका रहे मुसाफिर
मुफ्तखोरी की कीमत चुका रहे मुसाफिर

जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : बनारस-प्रयागराज नेशनल हाईवे पर स्थित औराई बाजार से आगे पूर्वी तरफ स्थित ढाबा। उत्तर प्रदेश राज्य परिवहन निगम की बस संख्या यूपी 70 ईटी 9451 पहुंचते ही चालक के पांव ब्रेक पर जम जाते हैं। बस खड़ी होती है कि परिचालक हांक लगाता है ले लो भाई जिसे जो लेना हो..। आवाज सुन नजर घूमी और टिक गई ढाबे के सामने लगे उस बोर्ड पर। जिस पर अंकित है उत्तर प्रदेश परिवहन निगम बस स्टेशन औराई। चौंकना इसलिये भी स्वाभाविक था क्योंकि जो चालक-परिचालक औराई बाजार में स्थित बस स्टेशन में अंदर जाने से परहेज करते हैं। राजमार्ग पर ही बगैर पांच मिनट का समय गंवाए आगे बढ़ गए और यहां पहुंचते ही उनके ब्रेक इस कदर लगे जैसे पहिए जाम हो उठे हों और अपने सही स्टेशन पर पहुंच चुके हैं। यह बस सुबह साढ़े नौ बजे प्रयागराज से बनारस जा रही थी।

यह किस्सा तो सिर्फ बानगी भर है। ऐसे भदोही-जौनपुर राजमार्ग पर इंदिरा मिल के पास ढाबा, प्रयागराज के भींटी बाजार के समीप होटल और जौनपुर के रामपुर में नहर के पास एक दुकान भी ऐसी ही सजी मिलेगी। दरअसल, मामला यह है कि राजमार्ग से होकर चलने वाली रोडवेज बसों के चालक कुछ ढाबों पर इस कदर मेहरबान हैं कि वहां उन्हें आधा से एक घंटा तक खड़े रहने से कोई गुरेज नहीं होता। यात्री आगे चलने को लेकर शोर मचाते जाते हैं, लेकिन मजाल क्या है कि चालक-परिचालक के कानों पर जूं रेंग सके। इसके पीछे कारण चाहे जो भी हो, चालक-परिचालक को बस रोकने के एवज में मिलने वाला मुफ्त का नाश्ता या भोजन। यह तो बेहतर वही बता सकते हैं लेकिन होटल के सामने लगे बोर्ड ने यह सवाल जरूर खड़ा कर दिया है कि आखिर इतने बड़े ऐसे बोर्ड पर विभागीय अफसरों की नजर क्यों नहीं पड़ रही है जो औराई बस स्टेशन स्थल को लेकर पूरी तरह से भ्रमित करता दिख रहा है।

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