मादक और पशु तस्करी का हब बना जनपद

मादक और पशु तस्करी के लिए जनपद हब बन चुका है। हाइवे पर तस्करों का खुला खेल चलता है। पुलिस की कार्रवाई पर गौर किया जाए तो प्रतिमाह 50 करोड़ का कारोबार होता है। भदोही में संचालित अवैध बूचड़खाना का तार भी उन्नाव और इटावा से जुड़ा हुआ है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 30 May 2020 05:40 PM (IST) Updated:Sat, 30 May 2020 05:40 PM (IST)
मादक और पशु तस्करी का हब बना जनपद
मादक और पशु तस्करी का हब बना जनपद

जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : मादक और पशु तस्करी के लिए जनपद हब बन चुका है। हाईवे पर तस्करोंका खुला खेल चलता है। पुलिस की कार्रवाई पर गौर किया जाए तो प्रतिमाह 50 करोड़ का कारोबार होता है। भदोही में संचालित अवैध बूचड़खाना का तार भी उन्नाव और इटावा से जुड़ा हुआ है। तस्करों की पहुंच सीधे पुलिस के उच्चाधिकारियों तक होती है। यही कारण है कि स्थानीय पुलिस तस्करों पर हाथ नहीं डालना चाहती है।

हाईवे पर स्थित थानों में तैनात कारखास सहित तीन सिपाही की नजर केवल पशुओं के वाहनों पर रहती है। हाईवे पर स्थित नवधन में अवैध रूप से बनी बस्ती से प्रत्येक दिन तीन से चार ट्रक महिष और गोवंशीय की जौनपुर, मीरजापुर, भदोही, इटावा, उन्नाव सहित कई स्थानों पर संचालित स्लाटर हाउस में आपूर्ति की जाती है। शाम ढलते ही कारोबारी आते हैं और मवेशियों पर निशान बनाकर चले जाते हैं। पुलिस अधीक्षक रामबदन सिंह ने तस्करी को लेकर सख्ती शुरू की है। उनके निर्देश पर तस्करों पर नजर रखने के लिए पीआरवी पुलिस की ड्यूटी लगाई गई है। सीधे होती है मादक पदार्थों की तस्करी : हरियाणा सहित अन्य प्रांतों से सीधे मादक पदार्थों की तस्करी होती है। गड़ेरियापुर, भदोही, सुरियावां में अब तक कई गोदामों का भंडाफोड़ हो चुका है। कोइरौना और गोपीगंज के गुलौरी गांव में 50 लाख नकद बरामद किए गए थे। आरोपित पंकज शुक्ला अभी तक पुलिस की पकड़ से फरार है। जंगीगंज में एक सिनेमा हॉल में अवैध शराब की फैक्ट्री का भंडाफोड़ हुआ था। औराई क्षेत्र में तो जहरीली शराब से सात लोगों की मौत हो गई थी। इन दिनों एक बार फिर बेधड़क मादक पदार्थों की तस्करी की जा रही है। इस बार तस्करों ने कोइरोना क्षेत्र को अपना सुरक्षित स्थान चुना है। जेल भी जा चुके हैं पुलिस कर्मी

भदोही में तस्करों की तिकड़म से छह पुलिस कर्मी रंगेहाथ घुस लेते गिरफ्तार भी हो चुके हैं। इसके साथ ही पूर्वाचल के जिलों में तस्करों से तालमेल रखने वाले कई सिपाहियों को हाईवे से हटाकर दूसरे जिले में तैनात किया जा चुका है। तस्करों के वाहन से एक सिपाही की मौत भी हो चुकी है। औराई थाने में तस्करों की लाखों की संपत्ति भी जब्त की जा चुकी है।

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