वायरल फीवर के बाद बढ़ा डायरिया का प्रकोप
जासं भदोही जलापूर्ति मामले में फिसड्डी पालिका प्रशासन की मेहरबानी से कालीन नगरी में भी ड
जासं, भदोही : जलापूर्ति मामले में फिसड्डी पालिका प्रशासन की मेहरबानी से कालीन नगरी में भी डायरिया के पांव पसारने का खतरा उत्पन्न हो गया है। वायरल फीवर के बाद डायरिया के रोगी निकलने लगे हैं। राजकीय अस्पताल से लेकर निजी चिकित्सालयों में डायरिया से पीड़ित रोगियों की संख्या में वृद्धि हुई है। इसके लिए चिकित्सक गंदगी व दूषित पेयजल सेवन को जिम्मेदार मान रहे हैं। साफ-सफाई रखने व पानी उबाल कर पीने की सलाह दी जा रही है। उधर, साफ-सफाई के मामले में पालिका प्रशासन लगातार उदासीनता का परिचय दे रहा है। घनी बस्तियों वाले मोहल्लों में जहां लंबे समय से कूड़ा डंप किया जा रहा है तो प्रदूषित पेयजलापूर्ति की शिकायत हो रही है। तीन दशक पहले बिछाई गई पेयजल पाइप लाइन की लीकेज होने के कारण आए दिनों सीवर के गंदे पानी की आपूर्ति होने लगती है। विशेषकर कजियाना वार्ड के निवासी इस समस्या को लेकर काफी समय से परेशान हैं। इसे लेकर कई बार विरोध प्रदर्शन भी हो चुका है। बावजूद इसके न तो जर्जर पाइप लाइन बदली गई न ही समस्या का समाधान हुआ। पिछले दिनों पकरी व स्टेशन रोड के नागरिकों ने प्रदूषित पानी की सप्लाई की शिकायत की थी लेकिन समस्या का समाधान नहीं हुआ। इसी तरह चकदीवान मोहल्ले (थाने के पीछे) में आए दिन टोटियां प्रदूषित पानी उगलने लगती हैं। मनोज चौरसिया ने बताया कि यह समस्या बारिश में बढ़ जाती है। फकीर सेठ के अहाते में डंप कूड़े से उठ रही दुर्गंध ने आसपास के लोगों के लिए खतरा उत्पन्न कर दिया है। लबे रोड गंदगी होने के कारण राहगीर मुंह पर रूमाल रखकर आवागमन करने को विवश हो रहे हैं। यही हाल जलालपुर, घमहापुर, छितनी तालाब, हिम्मतपुर बकुचियां सहित अन्य वार्डों का है। अधिशासी अधिकारी जी लाल का कहना है कि साफ-सफाई व्यवस्था को लेकर पालिका गंभीर है।