छह माह बाद भी नहीं हो सका निर्माण,व्यापारियों में आक्रोश

राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या दो पर चल रहा सिक्सलेन निर्माण की धीमी प्रगति को लेकर व्यापारियों का आक्रोश चरम पर पहुंचता जा रहा है। आरोप मढ़ा जा रहा है निर्माण कार्य में लगी एजेंसी और एनएचएआई अधिकारियों की लापरवाहीपूर्ण कार्यप्रणाली पूर्वी क्षेत्रवासियों के लिए सिरदर्द साबित होकर रह गई है। बाबूसराय बाजार स्थित उत्तरी लेन को गत छह माह पूर्व खोदकर छोड़ दिए जाने से अब दुकानदारी तो जहां प्रभावित होकर रह गई वहीं सड़क पार करने वालों को बेवजह ही जान खतरे में डालना रोजमर्रा की नियति बन चुकी है। ज्ञात हो कि राजमार्ग के

By JagranEdited By: Publish:Tue, 25 Sep 2018 04:46 PM (IST) Updated:Tue, 25 Sep 2018 10:29 PM (IST)
छह माह बाद भी नहीं हो सका निर्माण,व्यापारियों में आक्रोश
छह माह बाद भी नहीं हो सका निर्माण,व्यापारियों में आक्रोश

जागरण संवाददाता, बाबूसराय (भदोही) : राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या दो पर चल रहा सिक्सलेन निर्माण की धीमी प्रगति को लेकर व्यापारियों का आक्रोश चरम पर पहुंचता जा रहा है। आरोप मढ़ा जा रहा है निर्माण कार्य में लगी एजेंसी और एनएचएआई अधिकारियों की लापरवाहीपूर्ण कार्यप्रणाली पूर्वी क्षेत्रवासियों के लिए सिरदर्द साबित होकर रह गई है। बाबूसराय बाजार स्थित उत्तरी लेन को गत छह माह पूर्व खोदकर छोड़ दिए जाने से अब दुकानदारी तो जहां प्रभावित होकर रह गई वहीं सड़क पार करने वालों को बेवजह ही जान खतरे में डालना रोजमर्रा की नियति बन चुकी है।

ज्ञात हो कि राजमार्ग के राजातालाब-हंडिया खंड पर सिक्सलेन का निर्माण कार्य जोर तो अवश्य पकड़ रहा है लेकिन पूर्वी छोर की ओर अधिकारियों द्वारा पूर्णतया हाथ खींच लेने से परेशानियां दिन दुनी,रात चौगुनी वाली कहावत को चरितार्थ कर रही है। उक्त बाजार के दोनों पर छोर के मुताबिक उत्तरी लेन को सबसे पहले तवज्जो देकर छह माह पूर्व ही लेन की खोदाई तो करा दिया गया लेकिन आज तक निर्माण कार्य शुरु न होने से बाजारवासियों और दुकानदारों के साथ सौतेले व्यवहार की आहट उजागर होने लगी है। इतना ही नहीं क्षेत्र का प्रमुख बाजार होने के कारण दुकानदार छोटी-मोटी पूंजी लगाकर सजाई गई दुकानें ग्राहकों के अभाव में सूनी रहने से दुकानदार जीविकोपार्जन तक को तरस कर रह जा रहे हैं। आरोप मढ़ा गया कि जब निर्माण नहीं कराना था तो खोदाई ही नहीं कराना चाहिए था और खोदाई कराई भी गई तो गहराई व चौड़ाई अधिक होने से लोग किसी बड़ी दुर्घटनाओं के भय से उत्तरी लेन की ओर जाने से कतराते रहते हैं। वैसे तो बरसात के मौसम में बारिश का बहाना निर्माण एजेंसी के लिए अवरोधक थी अब मौसम साफ-सुथरा हो जाने पर भी कार्य को पूरा कराने के प्रति बरती जा रही लापरवाही किसी को भी रास नहीं आ रही है। जिला प्रशासन समेत राजमार्ग प्राधिकरण के उच्चाधिकारियों का ध्यान दिलाते हुए पूर्वी छोर पर छोड़े गए अधूरे कार्यों को पूर्ण कराने की मांग की गई है।

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