औद्योगिक वातावरण उपलब्ध कराने को सरकार गंभीर
विश्व पटल पर विशिष्ट पहचान कायम करने वाली औद्योगिक नगरी को व्यावसायिक वातावर
जासं, भदोही : विश्व पटल पर विशिष्ट पहचान कायम करने वाली औद्योगिक नगरी को व्यावसायिक वातावरण सुलभ कराना सरकार की प्राथमिकता में शामिल है। सरकार के माध्यम से कालीन नगरी को ढांचागत सुविधाओं से लैस करने के लिए वह कृत संकल्पित हैं। सड़कों पर काम तेजी के साथ चल रहा है, जबकि गजिया ओवरब्रिज सहित विभिन्न परियोजनाएं प्रगति पर हैं। हर हाल में 31 दिसंबर तक जनपद की सड़कें गड्ढामुक्त हो जाएंगी। उद्योग विभाग मेगा मार्ट में शुक्रवार को आयोजित एक्सपोर्ट कानक्लेव कार्यक्रम में सांसद रमेशचंद बिद ने यह बातें कहीं।
मंडलायुक्त एवं जनपद के नोडल अधिकारी योगेश्वर राम मिश्रा ने कहा कि कोरोना काल में जब पूरी दुनिया की आर्थिक गतिविधियां ठप हो गई थीं उस दौरान भी कालीन उत्पादन व निर्यात पर अधिक प्रभाव नहीं पड़ा। कहा कि किसी भी उद्योग को विकास के लिए उत्तम सड़कें व बेहतर बिजली व्यवस्था जरूरी है। इस दिशा में जनप्रतनिधियों के माध्यम से उनके द्वारा किए गए प्रयासों का परिणाम देखा जा सकता है। इंदिरा मिल ओवरब्रिज स्थित सर्विसलेन, रेवड़ा मार्ग का निर्माण प्रारंभ हो गया है। दीपावली के पहले दोनों सड़कों का निर्माण पूरा करा लिया जाएगा। सरकार द्वारा निर्यात पर मिलने वाली प्रोत्साहन राशि के सवाल पर उन्होंने कहा कि इस दिशा में जल्द ही बैठक कर प्रस्ताव तैयार किया जाएगा। उम्मीद जताई है कि उनकी निर्यातकों की मांग पर सरकार गंभीरता से विचार करेगी। जीआइ विशेषज्ञ पद्मश्री डा. रजनीकांत, डिप्टी डायरेक्टर डीजीएफटी गगनदीप, जिलाधिकारी आर्यका अखौरी, एकमाध्यक्ष ओंकारनाथ मिश्रा, पूर्व एकमाध्यक्ष रवि पाटोदिया, जिला पंचायत अध्यक्ष अनिरुद्ध त्रिपाठी ने भी अपने विचार रखे। इस मौके पर पुलिस अधीक्षक रामबदन सिंह, आइआइसीटी के निदेशक डा. आलोक कुमार, एसके पांडेय, संयुक्त आयुक्त उद्योग उमेश कुमार, निर्यातक इम्तियाज अंसारी, उमेश गुप्ता, यादवेंद्र राय काका, अनिल सिंह, आलोक बरनवाल, उमेश शुक्ला, असलम महबूब, वासिफ अंसारी, रोहित गुप्ता, आरके बोथरा आदि थे। उपायुक्त उद्योग हरेंद्र कुमार ने अतिथियों का आभार प्रकट किया। स्टाल पर लगे उत्पादों का किया अवलोकन
ओडीओपी से लाभान्वित 25 निर्यातकों द्वारा सभागार में स्टाल लगाए गए थे। स्टाल पर विभिन्न वेराइटीज की रंग बिरंगी कालीनों का प्रदर्शन किया गया। मंडलायुक्त सहित अन्य अतिथियों ने स्टालों का भ्रमण कर बुनकरों के हुनर का नमूना देखा। इस दौरान कुछ स्टालों पर लगी कलात्मक कालीनों की जमकर प्रशंसा की गई।