आनलाइन जांची जाएगी स्वच्छता की हकीकत
स्वच्छता की हकीकत जांचने के लिए शुरू किए गए स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण 2019 के तहत आनलाइन फीड बैक लिया जाएगा। गूगल एप पर दिए जाने वाले फीडबैक पर रैकिग तय होगी तो जिले को राज्य व राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए चयनित किया जाएगा। शौचालयों के निर्माण व उपयोग सहित स्वच्छता मिशन के तहत कराए गए अन्य कार्यों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले जिलों को दो अक्टूबर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती मौके पर राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किये जाने की योजना है।
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : स्वच्छता की हकीकत जांचने के लिए शुरू किए गए स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण 2019 के तहत आनलाइन फीड बैक लिया जाएगा। गूगल एप पर दिए जाने वाले फीडबैक पर रैंकिग तय होगी तो जिले को राज्य व राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए चयनित किया जाएगा।
शौचालयों के निर्माण व उपयोग सहित स्वच्छता मिशन के तहत कराए गए अन्य कार्यों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले जिलों को दो अक्टूबर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती मौके पर राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किये जाने की योजना है। स्वच्छता की हकीकत जानने व जिलों की रैंकिग तय करने के लिए स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण 2019 की शुरुआत की गई है। एक ओर जहां केंद्र सरकार की ओर से लगाई गई टीम गांव-गांव भ्रमण कर हकीकत देखेगी तो वहीं आनलाइन भी फीड बैक देने की व्यवस्था की गई है। स्वच्छ भारत मिशन के जिला समन्वयक सरोज पांडेय ने बताया कि सर्वेक्षण के लिए सिटीजन फीडबैक एसएसजी-2019 एप पर फीड बैक लिया जाएगा। जिनके पास एंड्रायड मोबाइल नहीं है वह टोल फ्री नंबर 18005720112 पर फीड बैक दे सकते हैं। उन्होंने अधिकाधिक लोगों से फीड बैक देने पर जोर दिया ताकि जिले की रैंकिग तय हो सके।