निर्यात विवरण लीक होने से कालीन उद्यमी परेशान
जासं भदोही एक तरफ सरकार की ओर से लघु उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न योजनाओं
जासं, भदोही : एक तरफ सरकार की ओर से लघु उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न योजनाओं का संचालन किया जा रहा है तो दूसरी ओर उद्यमियों के सामने दिन-ब- दिन नई समस्या खड़ी हो रही है। ताजा संकट निर्यात विवरण को लेकर उत्पन्न हो गया है। निर्यातकों ने विदेशों को भेजे जा रहे कालीन उत्पाद, आयातक का नाम पता, मूल्य व गुणवत्ता सहित समस्त विवरण साइबर के माध्यम से लीक हो रही है। इससे निर्यातकों में हड़कंप मचा है।
निर्यातकों की समस्या को गंभीरता से लेते हुए अखिल भारतीय कालीन निर्माता संघ (एकमा) ने सोमवार को प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, वाणिज्य मंत्री सहित उद्योग से संबंधित समस्त विभागों को पत्र भेजकर इसकी जांच कराने की मांग की है। एकमा के मानद सचिव असलम महबूब का कहना है कि देश के विभिन्न कस्टम से निर्यात का डाटा चोरी हो रहा है। साइबर युग में किसी भी निर्यातक की व्यवसायिक गतिविधियां गोपनीय नहीं रह गई हैं। इसका कालीन उद्योग पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। विशेषकर चीन के व्यवसायी इसका सर्वाधिक लाभ उठा रहे हैं जो भारतीय कालीन उद्योग के लिए शुभ संकेत नहीं है। कहा कि जिन कंपनियों ने वेबसाइट नहीं बनाई है उनका डाटा भी गूगल सर्च करने पर मिल जाएगा। इस संबंध में उन्होंने अपनी एक निर्यात इकाई का पत्र में उल्लेख भी किया है। इसे उद्योग व राष्ट्रहित में अनुचित बताते हुए उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की है।