भूलेख पोर्टल ने पकड़ा किसान सम्मान निधि घोटाला

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि में 45 लाख रुपये का घपला कर लिया गया है। राजस्व कर्मियों के तालमेल से 431 भूमिहीनों ने निधि हड़प लिया। भारत सरकार की आडिट में पकड़ी गई धांधली पर भूमिहीनों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 01 Jun 2020 07:25 PM (IST) Updated:Mon, 01 Jun 2020 07:25 PM (IST)
भूलेख पोर्टल ने पकड़ा किसान सम्मान निधि घोटाला
भूलेख पोर्टल ने पकड़ा किसान सम्मान निधि घोटाला

जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : दिल्ली स्थित मुख्यालय में भूलेख पोर्टल ने भदोही जिले में बांटी गई प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि में बड़ा घोटाला पकड़ा है। गत दिनों हुए वीडियो कांफ्रेंसिग में कृषि विभाग के उच्चाधिकारियों ने इसकी जानकारी उप कृषि निदेशक अरविद कुमार सिंह से साझा की है। मामले में राजस्व कर्मियों के तालमेल से 431 भूमिहीनों ने 45 लाख हड़प लिया। पकड़ी गई धांधली पर भूमिहीनों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने की तैयारी है। उनके खाते से धनराशि को जब्त किया जाएगा। यदि धनराशि वापस नहीं होता है तो रिकवरी प्रमाणपत्र जारी किया जाएगा।

कर्ज के बोझ से दबे और आत्महत्या कर रहे किसानों को राहत देने के लिए केंद्रीय बजट में किसानों को छह हजार वार्षिक देने की व्यवस्था की गई है। यह धनराशि किसानों को तीन किस्तों में दी जाएगी। पहली किस्त दिसंबर 2018 से शुरू करने का निर्देश दिया गया था। कृषि गणना के अनुसार 1.87 लाख किसान पंजीकृत थे, इसके सापेक्ष 1.77 लाख किसानों को सम्मान निधि मिल रही है। उप निदेशक कृषि अरविद कुमार सिंह ने बताया कि केंद्र सरकार भूलेख पोर्टल से किसानों का सत्यापन कर रही है। सत्यापन में 431 लोग ऐसे लोग मिले, जिनके नाम से एक धुर भी भूमि नहीं है। बताया कि इसमें कुछ लोगों को तीन तो कुछ लोगों को पांच-पांच किस्तें मिल चुकी है। बताया कि यह संख्या वीडियो कांफ्रेंसिग में बताई गई थी। सूची मिलते ही उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी। साथ ही रिकवरी की कार्रवाई भी की जाएगी। 18 हजार किसानों को झटका

तहसील कर्मियों की लापरवाही के चलते 15 हजार लाभार्थियों को किसान सम्मान निधि का लाभ नहीं मिल पाया। पब्लिक फंड मैनेजमेंट सिस्टम से पकड़ में आने पर उनके नाम और खाता-विवरण को संशोधित किया जा रहा है। उप कृषि निदेशक अरविद कुमार सिंह ने बताया कि निधि में किसी भी प्रकार की गड़बड़ी को रोकने के लिए सिस्टम लागू किया गया है। नाम मिस मैच और अन्य कारणों से 15 हजार किसानों का लाभ नहीं मिल पा रहा है। ब्लाक कर्मियों द्वारा उसे ठीक कराया जा रहा है।

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