बदलते मौसम में लापरवाही सेहत पर पड़ेगी भारी
मौसम के मिजाज में हो रहे बदलाव संग तालमेल बिठाने में लापरवाही स्वास्थ्य के लिए भारी पड़ सकती है। रात में ठंड का प्रभाव तो दिन में तेज धूप के चलते बढ़ रहे तापमान के चलते इन दिनों सर्दी-जुखाम वायरल फीवर सहित अन्य संक्रामक बीमारियों से लोग ग्रस्त हो रहे हैं। ऐसे मौसम में सावधानी बरतना ही शरीर को स्वस्थ रखने का बेहतर उपाय है।
सुझाव.
- मौसम में बदलाव के साथ बढ़ा मच्छरों का आतंक
- सर्दी-जुकाम व अन्य संक्रामक बीमारियों का खतरा
जागरण संवाददाता, संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) : मौसम के मिजाज में हो रहे बदलाव संग तालमेल बिठाने में लापरवाही स्वास्थ्य के लिए भारी पड़ सकती है। रात में ठंड का प्रभाव तो दिन में तेज धूप के चलते बढ़ रहे तापमान के चलते इन दिनों सर्दी-जुखाम, वायरल फीवर सहित अन्य संक्रामक बीमारियों से लोग ग्रस्त हो रहे हैं। ऐसे मौसम में सावधानी बरतना ही शरीर को स्वस्थ रखने का बेहतर उपाय है।
गर्मी के मौसम की दस्तक हो चुकी है। दिन में तेज धूप होने लगी है लेकिन रात में अभी भी हल्की ठंड का असर है। उधर मौसम में बदलाव होने के साथ ही मच्छरों का आतंक भी बढ़ गया है। ऐसे में लोग मच्छरों से बचाव के लिए पंखे आदि चलाने लगे हैं। यही कारण है कि तापमान के उतार-चढ़ाव के बीच तालमेल बिठाना मुश्किल हो रहा है। ऐसे में मामूली लापरवाही भी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो रही है। जिला अस्पताल ज्ञानपुर सहित अन्य राजकीय अस्पतालों से लेकर निजी अस्पतालों में इन दिनों मौसमी संक्रामक बीमारियों से ग्रसित रोगियों की भरमार हो गई है। वायरल फीवर, सर्दी, खांसी के रोगियों की संख्या में अचानक वृद्धि हो गई है। बचाव के बाबत जिला अस्पताल के चिकित्साधिकारी डा. प्रदीप कुमार सिंह ने बताया कि मौसम के बदलने के दौर में बेहद सावधानी की जरूरत होती है। रात में सोते समय अभी पंखे की सीधी हवा न लें। मच्छरदानी का प्रयोग करने से जहां मच्छरों से राहत मिलेगी तो वहीं पंखे की हवा भी सीधे शरीर को नहीं लगेगी। इसके साथ ही दिन में तेज धूप से आने के तुरंत बाद ठंडे पानी व अन्य पेय पदार्थ के सेवन से बचना चाहिए। गुनगुना पानी का सेवन करना लाभकारी होगा।