40 उपकेंद्रों पर एएनएम और 150 गांव में आशा की नहीं हुई तैनाती
जागरण संवाददाता ज्ञानपुर (भदोही) एएनएम व आशा बहुओं की कमी से ग्रामीण टीकाकरण से वंचि
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर (भदोही) :एएनएम व आशा बहुओं की कमी से ग्रामीण टीकाकरण से वंचित हो रहे हैं तो कोरोना संदिग्धों को चिन्हित करने का अभियान भी फेल हो रहा है। स्वास्थ्य कर्मियों की कमी से ग्रामीण क्षेत्रों में समय से कोरोना संक्रमण की जांच व टीकाकरण न होने से लोगों की जान का जोखिम बढ़ता जा रहा है।
स्वास्थ्य विभाग में ग्रामीण स्तर पर न्याय पंचायत स्तर पर लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए उप स्वास्थ्य केंद्र स्थापित किए गए हैं। प्रत्येक केंद्र पर एएनएम व संबंधित गांवों में आशा कर्मी का भी पद सृजित है। जिले के 40 उपकेंद्रों पर एएनएम की तैनाती नहीं है तो 150 गांव आशा कर्मी की तैनाती नहीं हो सकी है। कोरोना के दूसरे लहर में टीकाकरण अधिक अधिक से किए जाने हेतु उपकेंद्रों को भी चिन्हित किया गया है, लेकिन केंद्र पर स्वास्थ्य कर्मी की तैनाती न होने से कोरोना महामारी की रोकथाम को लेकर सारी कवायद फेल हो रही है। इसका दुष्परिणाम भी कोविड की बढ़ रही भयावहता के रुप में सामने आ रहा है। अकेले गोपीगंज विकास खंड क्षेत्र में ही दस उप स्वास्थ्य केंद्र पर एएनएम की कुर्सी खाली है तो सुंदरपुर, बलापुर, सारीपुर सहित कई गांव आशा कर्मी की तैनाती नहीं हो सकी है।
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- जनपद में एएनएम की कमी है। तैनाती किए जाने के लिए प्रयास चल रहा है। कुल 1355 आशा कर्मियों का पद सृजित है। सभी पदों पर आशा कर्मी तैनात हैं। अपने-अपने क्षेत्र में सभी आशा कर्मी कार्य कर रही हैं।
- डा. लक्ष्मी सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी भदोही।