मझधार में फंसी 28 गांव की 46 हजार जनता
भदोही शहर के आस-पास स्थित 15 ग्राम पंचायतों के 28 मजरों के 46 हजार से अधिक
जासं, भदोही : भदोही शहर के आस-पास स्थित 15 ग्राम पंचायतों के 28 मजरों के 46 हजार से अधिक जनता गांव के विकास की राह देख रही है जबकि कैबिनेट की मंजूरी मिलने व शासन से नोटिफिकेशन जारी होने के छह माह बाद भी पालिका प्रशासन सुधि नहीं ली। इसे लेकर लोगों में रोष देखा जा रहा है। एक ओर तो पंचायत चुनाव से लोग वंचित हो गए दूसरे शहर में शामिल होने का लाभ नहीं मिल रहा है। शहर में शामिल होने पर ग्रामीणों ने हर्ष जताते हुए पालिकाध्यक्ष का जमकर स्वागत सत्कार किया था लेकिन जैसे- जैसे समय बीत रहा है वैसे-वैसे उत्साह पर पानी फिरता जा रहा है। आजादी के बाद पहली बार पंचायत चुनाव से वंचित नए शहरियों को पालिका प्रशासन ने काफी उम्मीदें थीं।
नगर में शामिल गांव के लोग खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं। शहर में शामिल होने का उत्साह ठंडा पड़ गया है। एक तरफ जहां वह चुनाव से वंचित हो गए वहीं अब तक विकास के लिए पालिका ने कोई योजना भी नहीं बनाई है। नगर में शामिल हरियावं गांव निवासी आलोक श्रीवास्तव का कहना है कि गांव से निकल कर शहर में शामिल होने की खुशी अब निराशा में बदल रही है। इस संबंध में प्रशासन को गंभीरता से विचार करना चाहिए। इन गांवों को किया गया है शामिल
गंगापुर, कुशियरा, सरैयां, पकरी (गंगापुर), हिम्मतपुर बकुचियां, फत्तूपुर दरगाह, सालिमपुर, नूरपुर, जाहिदपुर (टाउन बाहर), सेवापुर, चंवर, डुडवा कुकरौठी, अहमदपुर फुलवरिया, रैमलपुर, लखनपुर उर्फ अभयनपुर, रेवड़ापरसपुर, जल्लापुर, भिखारीपुर, रामरायपुर, हरियावं कंसरायपुर, प्रजापतिपुर, बनकट (सरोई), हरिरामपुर, रजपुरा, पिपरी, महबूबपुर। सीमा विस्तार के बाद बड़ा क्षेत्रफल व बड़ी आबादी शहर में शामिल हुई है। इसके लिए योजना बनाकर काम करना है। विकास कराने के लिए धन की आवश्यकता है। कोरोना के कारण अब तक इस दिशा में पहल नहीं हो सकी। जल्द शासन को प्रस्ताव बनाकर भेजा जाएगा। धन मिलने के बाद आवश्यकता के अनुसार काम कराया जाएगा।
जी लाल, अधिशासी अधिकारी, नगर पालिका परिषद भदोही