स्वच्छता पर 300 करोड़ खर्च, नहीं बदली गांव की तस्वीर

ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता मिशन के नाम पर अब तक 300 करोड़ से अधिक बजट खर्च किया जा चुका है।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 14 May 2021 06:31 PM (IST) Updated:Fri, 14 May 2021 06:31 PM (IST)
स्वच्छता पर 300 करोड़ खर्च, नहीं बदली गांव की तस्वीर
स्वच्छता पर 300 करोड़ खर्च, नहीं बदली गांव की तस्वीर

जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर(भदोही): ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता मिशन के नाम पर अब तक 300 करोड़ से अधिक बजट खर्च किया जा चुका है। इसके बाद भी गांवों की तस्वीर जस की तस बनी हुई है। जगह-जगह गंदगी का अंबार लगा हुआ है। एक गांव नहीं बल्कि सभी 561 गांवों में सफाई व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है। जल निकासी की व्यवस्था न होने से जहां-तहां जमे पानी में संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ गया है।

वैश्विक महामारी में अधिकारी से लेकर गांव के लोग साफ- सफाई आदि की चिता करने लगे हैं। शासन की ओर से स्पष्ट कहा गया है कि लॉकडाउन के दिन सैनिटाइज, ब्लीचिग छिड़काव और साफ- सफाई कराया जाए। संक्रमण में समय इसको लेकर शासन गंभीर भले हुआ है लेकिन पिछले पांच साल में स्वच्छता के नाम पर जिले में 300 करोड़ से अधिक खर्च किए गए है। पूर्व प्रधान और सचिव लाल हो गए। जल निकासी को लेकर सोख्ता बनाए गए लेकिन इतना घटिया कि छह माह में ही फेल हो गया। नाली जाम हो गई तो चाहुंओर गंदगी का अंबार लगा हुआ है।

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स्वच्छता के लिए फिर जारी

हुआ तीन करोड़

शासन से पंचम वित्त आयोग के मद में तीन करोड़ अवमुक्त किया है। गांव में साफ- सफाई, सोख्ता, सैनिटाइजेशन आदि कार्यों के लिए बजट जारी किया गया है। जिला पंचायत राज अधिकारी बालेशधर द्विवेदी ने बताया कि शासन से मिले बजट को गांवों में भेज दिया गया है। गांवों की साफ- सफाई आदि कार्य प्रशासक कराएंगे। इसके लिए पहले भी सहायक विकास अधिकारियों को निर्देश दिया जा चुका है। इसके बाद भी कहीं पर शिकायत मिलती है तो सचिव और सहायक विकास अधिकारी जिम्मेदार होंगे।

पूरेरजा गांव में फैल रहा

संक्रमण, अधिकारी अंजान

ज्ञानपुर नगर से सटा गांव पूरेरजा में संक्रमण फैल रहा है। नगर पंचायत ज्ञानपुर का पूरा गंदा पानी गांव में गिराया जा रहा है। गांव के राजकुमार, बुल्लूर,राधेश्याम आदि ने डीएम से शिकायत कर मनमानी का आरोप लगाया है। कहा है कि नगर नगर के वार्ड नंबर दो बड़ाडीह का नाला और शौचालय का गंदा पानी गांव में गिराया जा रहा है। नगर पंचायत की ओर से 17 लाख रुपये का बजट स्वीकृत किया गया है। इसके बाद भी नाला का निर्माण नहीं कराया जा रहा है।

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