1812 किसानों का तहसीलों ने रोका रिपोर्ट कार्ड
किसानों के उत्पादन का उचित मूल्य दिलाने के लिए सरकार की
जागरण संवाददाता, ज्ञानपुर(भदोही): किसानों के उत्पादन का उचित मूल्य दिलाने के लिए सरकार की ओर से की जा रही कवायद तहसीलों में भ्रष्ट व्यवस्था के सामने फेल हो गई है। शासन की ओर से गेहूं खरीद के दौरान किसानों को सुविधा देने के लिए तमाम निर्देश दिए जा रहे हैं तो वहीं राजस्वकर्मी बगैर हथेली गरम किए सत्यापन रिपोर्ट नहीं भेज रहे हैं। तीनों तहसीलों में 1812 किसानों की सत्यापन रिपोर्ट नहीं भेजी जा सकी है। यही नहीं उप जिलाधिकारी के स्तर पर 283 और जिला खरीद अधिकारी के यहां 341 किसानों का सत्यापन नहीं हो सका है। किसानों की सुविधा के लिए बनी यह योजना
कभी अन्नदाता अपने उत्पाद को बेचने लिए कई दिनों तक केंद्रों पर डेरा डाले रहते थे। उनके उत्पादन पर बिचौलियों के साथ ही साथ विभागीय अधिकारियों की नजर लगी रहती थी। शासन ने खरीद के लिए ऑनलाइन व्यवस्था लागू की। इसके तहत पंजीकृत किसानों से ही खरीद करने का निर्देश दिया गया। बिचौलियों पर शिकंजा कसने के लिए पंजीकृत किसानों की भूमि का सत्यापन भी तहसीलों से कराया जा रहा है। सत्यापन में की जा रही मनमानी
पंजीकृत किसान ऑनलाइन धान बेचने के लिए आवेदन करते हैं। इसके बाद खाद्य एवं रसद विभाग की ओर से किसानों का सत्यापन तहसील से कराया जाता है। किसान यदि तहसील में जाकर संबंधित राजस्व निरीक्षक से मिलकर हथेली गरम कर देते हैं तो रिपोर्ट पक्ष में चली जाती है। अन्यथा मामले को लंबित रखा जाता है। तहसीलों में लंबित मामले
तहसील पंजीकृत किसान लंबित
भदोही - 1282 803
ज्ञानपुर- 1380 557
औराई- 1202 452 12 केंद्रों पर खरीद शून्य, बनाया गया है कंट्रोल रूम
गेहूं खरीद शुरू हुए 20 दिन से अधिक का समय बीत गया है लेकिन 24 के सापेक्ष 12 केंद्रों पर अभी खरीद शुरू नहीं हो सकी है। तीन केंद्र प्रभारी कोरोना पाजिटिव और दो वायरल फीवर से बीमार चल रहे हैं। अब तक 578.35 टन खरीद हो चुकी है। इसके 1.14 करोड़ रुपये भुगतान भी किए जा चुके हैं। किसानों को किसी भी प्रकार की दिक्कत न हो इसलिए कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। कृषकों के सत्यापन में तेजी लाने के लिए जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारियों को तेजी लाने का निर्देश दिया है। गेहूं खरीद में किसानों को दिक्कत न हो इसलिए संबंधित गांवों में लिक अफसर भी लगाए गए हैं ताकि खरीद पर किसी तरह का प्रभाव न पड़े।
श्याम कुमार मिश्र, जिला खाद्य विपणन अधिकारी।