बारिश की बूंदों से भरे तालाब में पशु-पक्षी बुझा रहे प्यास

पाऊं गांव में तालाब का 2019 में जाीर्णोद्धार कराकर बारिश की हर बूंदें रही ममता पांडेय

By JagranEdited By: Publish:Thu, 13 May 2021 11:43 PM (IST) Updated:Thu, 13 May 2021 11:43 PM (IST)
बारिश की बूंदों से भरे तालाब में पशु-पक्षी बुझा रहे प्यास
बारिश की बूंदों से भरे तालाब में पशु-पक्षी बुझा रहे प्यास

जागरण संवाददाता, कलवारी, बस्ती : गर्मी में अधिकतर तालाब सूख रहे हैं। भूगर्भ जलस्तर नीचे जा रहा है। पानी की बर्बादी भी खूब हो रही है। अगर बर्बादी पर रोक नहीं लगाई गई तो जल संकट और गहरा जाएगा। जल के दोहन पर रोक लगाना होगा। इसके विपरीत कुछ लोग जल संरक्षण के प्रति जागरूक हैं। गांवों में तालाबों के निर्माण लेकर उसमें पानी भरने और बारिश की बूंदों को सहेजने का कार्य कर रहे हैं।

ऐसे ही जल प्रहरी के रूप में कुदरहा विकास क्षेत्र के ग्राम पंचायत पाऊं की ममता पांडेय आगे आई हैं। वह बारिश की बूंदों का जतन कर रही हैं। उनके प्रयास से तालाब में हमेशा पानी भरा रहता है। गांव के दक्षिण तरफ स्थित तालाब का 2019 में जीर्णोद्धार कराया और उसे जल संचयन के योग्य बनाया।

बारिश की बूंदें बर्बाद न हो। इसके लिए तालाब के चारों ओर ह्यूम पाइप लगवाया है। वर्तमान समय में तालाब में पानी भरा है। जल प्रहरी के रूप में ग्रामीण इनकी सराहना करते हैं। साथ ही जल संरक्षण में सहयोग भी करते हैं। इनके प्रयास से गांव के आसपास का जलस्तर में सुधार दिख रहा है। तालाब में पानी भरा है। इसका लाभ पशु-पक्षी तालाब में प्यास बुझाकर ले रहे हैं।

ममता ने कहा कि लोगों को जल की बर्बादी पर रोक लगानी होगी। जल के दोहन से भूगर्भ जलस्तर नीचे जा रहा है। ऐसे में जल संरक्षण करना जरूरी है। जल की बर्बादी न रोका गया तो आने वाले समय में जल संकट बढ़ेगा। इसलिए लोगों को जल संरक्षण के प्रति सजग होना होगा।

chat bot
आपका साथी