सूखी नहर में डूब गए दो करोड़
किसानों को निजी साधन से फसल की सिचाई करनी पड़ती है ।
बस्ती : बस्ती पंप कैनाल से खेतों तक पानी पहुंचाने के लिए विभाग ने करोड़ों का बजट मरम्मत, सफाई व नहर पक्कीकरण के नाम पर खपा दिया । धन खर्च होने के बाद भी किसानों के खेत तक नहर का पानी नहीं पहुंचा। किसानों को निजी साधन से फसल की सिचाई करनी पड़ती है ।
फसल को पर्याप्त पानी उपलब्ध कराने व सिचाई लागत कम करने के उद्देश्य से 25 किलोमीटर की नहर बहादुरपुर ब्लाक के बडे़ भूभाग से होकर कुदरहा ब्लाक के कड़सरी मिश्र तक गई है । लेकिन हेड से टेल तक पानी आज तक नहीं पहुंचा । नहर की बदहाली को दूर करने के लिए वर्ष 2018 में दो करोड़ का बजट मिला।