लालगंज और कछुआड़ में कुआनो नदी पर बना लकड़ी का पुल टूटा

क्षेत्र के ग्रामीण हर वर्ष चंदा लगाकर बांस-बल्ली के सहारे लकड़ी का पुल बनाते हैं। हर साल बाढ़ आते ही लकड़ी का पुल टूट जाता है। लगातार हो रही बारिश के कारण जलस्तर बढ़ने से पुल पर पानी का दबाव बढ़ गया था जिससे लालगंज घाट का पुल टूट गया है। इसी तरह कछुआड़ घाट का भी लकड़ी का पुल टूट गया है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 28 Jun 2021 11:35 PM (IST) Updated:Mon, 28 Jun 2021 11:35 PM (IST)
लालगंज और कछुआड़ में कुआनो नदी पर बना लकड़ी का पुल टूटा
लालगंज और कछुआड़ में कुआनो नदी पर बना लकड़ी का पुल टूटा

बस्ती: कुआनो नदी के लालगंज और कछुआड़ घाट पर बना लकड़ी का पुल टूट गया है, जिससे ग्रामीणों का संपर्क जिला मुख्यालय से टूट गया है। ग्रामीण इसी पुल से होकर जिला मुख्यालय आते-जाते थे।

क्षेत्र के खखरा अमानाबाद (गोसाईं पुरवा),जगरनाथपुर,मसुरिहा,मेंहनौना,अमरौना,कडसरी मिश्र,चंदरपुर,मधवापुर,कछुआड और गोंनार सहित 15 से अधिक गांव के लोगों के लिए यह पुल सहारा था। साथ ही यह पुल लालगंज बाजार,कुदरहा ब्लाक मुख्यालय तथा जनपद मुख्यालय से जोड़ता था। पुल टूटने से ग्रामीणों को काफी दिक्कतें आ रही हैं।

क्षेत्र के ग्रामीण हर वर्ष चंदा लगाकर बांस-बल्ली के सहारे लकड़ी का पुल बनाते हैं। हर साल बाढ़ आते ही लकड़ी का पुल टूट जाता है। लगातार हो रही बारिश के कारण जलस्तर बढ़ने से पुल पर पानी का दबाव बढ़ गया था, जिससे लालगंज घाट का पुल टूट गया है। इसी तरह कछुआड़ घाट का भी लकड़ी का पुल टूट गया है। लोगों को नाव के सहारे नदी पार कर आना जाना पड़ रहा है। नाव का सहारा छोड़ने पर छह किलोमीटर की अधिक दूरी तय करनी पड़ती है। ग्रामप्रधान अजय पाल उर्फ डब्लू पाल,फागूलाल,रामशब्द निषाद,ग्राम प्रधान अरुण उर्फ बब्लू चौधरी, लालजी यादव,सूरज यादव, राजकरन सिंह ने कहा कि पुल टूट जाने से काफी परेशानी हो रही है। लंबे समय से पक्के पुल निर्माण की मांग की जा रही है, लेकिन जनप्रतिनिधि ध्यान नहीं दे रहे हैं। हर चुनाव में यह पुल प्रमुख मुद्दा भी रहता है।

कटया लाल-सजहरा मार्ग पर बनी पुलिया की छत टूटी

बनकटी विकास क्षेत्र के कटया लाल-सजहरा मार्ग पर दुबौली खुर्द के पास बनी पुलिया की छत बीच में टूट गई है। जिससे राहगीरों को आने-जाने में काफी परेशानी हो रही है। आए दिन राहगीर यहां गिरकर चोटिल हो रहे हैं।

कार्यदायी संस्था समाज कल्याण निर्माण निगम ने वर्ष 2006-07 में देईसांड़-बानपुर मार्ग को जोड़ने वाले कटया लाल-सजहरा संपर्क मार्ग पर तीन लाख पंद्रह हजार की लागत से तीन मीटर पुलिया का निर्माण कराया था । डेढ़ दशक बाद पुलिया की छत बीच में टूटकर गिर गई। जिससे आवागमन में काफी परेशानी हो रही है। चार पहिया वाहन का आवागमन पूरी तरह ठप है। टूटी पुलिया खतरे को दावत दे रही है। जिम्मेदार भी इसकी सुधि नहीं ले रहे हैं। कई बार ग्रामीणों ने पुलिया की मरम्मत करने की मांग उठाई लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया। लगता है जिम्मेदार किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहे हैं। क्षेत्र के बालकेश यादव,राम लौट यादव,अशोक कुमार,महेंद्र कुमार,शिव मूरत,फुनफुन यादव,लालजी यादव,गणेश यादव ने कहा कि काफी समय से पुलिया की टूटी हुई है। इस पुलिया से होकर गुजरना खतरे से खाली नहीं है।

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