प्रशिक्षुओं ने डीएनए व फिगरप्रिट में सीखे तौर-तरीकों को किया साझा

केडीसी में चल रही तीन दिवसीय डीएनए-फिगरप्रिट कार्यशाला संपन्न

By JagranEdited By: Publish:Wed, 24 Feb 2021 11:32 PM (IST) Updated:Wed, 24 Feb 2021 11:32 PM (IST)
प्रशिक्षुओं ने डीएनए व फिगरप्रिट में सीखे तौर-तरीकों को किया साझा
प्रशिक्षुओं ने डीएनए व फिगरप्रिट में सीखे तौर-तरीकों को किया साझा

जागरण संवाददाता, बस्ती : शिवहर्ष किसान पीजी कालेज (केडीसी) में डीएनए व फिगरप्रिट पर चल रही तीन दिवसीय कार्यशाला का समापन बुधवार को हुआ। मुख्य अतिथि प्राचार्य डा. रघुवंश मणि त्रिपाठी ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उन्होंने प्रशिक्षण में शामिल छात्र-छात्राओं का उत्साह बढ़ाया।

तीसरे दिन के प्रथम सत्र में डीएनए को तोड़ा गया। उसके टुकड़े को जेल इलेक्ट्रोफॉरेसिस प्रक्रिया के जरिये बैंड को प्रदर्शित किया गया। जिसे पराबैगनी किरणों के माध्यम से छात्र-छात्राओं की ओर से प्रस्तुत किया गया। साईटोजिन के जैव प्रौद्योगिकी विभाग की प्रमुख डा.मधुलिका सिंह ने द्वितीय सत्र में आनलाइन डीएनए व फिगरप्रिट का प्रयोग साफ्टवेयर के माध्यम से कैसे करें इसके तौर-तरीके को बताया। प्रशिक्षु छात्र-छात्राओं को तीन दिन तक सिखाए गए तत्वों का एक संक्षिप्त टेस्ट भी लिया गया। तृतीय सत्र में असिस्टेंट प्रोफेसर रसायन शास्त्र डा. रंजन प्रसाद जो पूर्व में फॉरेंसिक ऑफिसर मध्य प्रदेश में थे, उन्होंने डीएनए व फिगरप्रिट की ओर से सुलझाए गए अपराधों को उदाहरण सहित बताया। इं. सुजीत कुमार ने तीन दिनों में प्रशिक्षु छात्र-छात्राओं को जो सिखाया गया उसके कार्यों का विवरण दिया। छात्र-छात्राओं से सीखे गए तकनीक के बारे में प्राप्त ज्ञान का फीडबैक लिया गया। जिसमें गार्गी शुक्ला, अनुराधा त्रिपाठी, दिव्या पांडेय, मधु, प्रताप आदित्य, संजना श्रीवास्तव, ज्योति मौर्या, सिमरन कनौजिया ने अनुभव को सबके समक्ष साझा किया। प्राचार्य ने कहा कि छात्र-छात्राओं ने जो अनुभव साझा किया उससे पता चला कि यह कार्यशाला उपयोगी हुआ। जो जिज्ञासा पैदा हुई है उस जिज्ञासा से आगे उनके नए कार्य करने को प्रोत्साहित करेगी। नई खोज में सहायक होगी। अध्यक्ष प्राणी विज्ञान विभाग राजकीय महाविद्यालय गाजीपुर दिवाकर मिश्रा ने प्रशिक्षित छात्र छात्राओं को बताया। बाद में अतिथियों को स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया। विभागाध्यक्ष डा. सुस्मिता श्रीवास्तव ने आभार जताया। इस दौरान डा. प्रदीप कुमार श्रीवास्तव, डा. गोपालजी कुशवाहा, डा. रंजन, डा. शिवेंद्र मोहन पांडेय, डा. धर्मेंद्र सिंह, डा. सपना रानी, विशाल प्रकाश, डा. विजय कुमार शुक्ल, लैब असिस्टेंट संदीप कुमार मौजूद रहे।

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