झोपड़ी में दिन, दूसरे के रहम पर कट रही रात

प्रभारी बीडीओ सल्टौआ अजीत कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि श्यामलाल को अब तक आवास क्यों नहीं मिला इसकी जानकारी नहीं है। यदि बारिश के दौरान नुकसान हुआ है तो दैवीय आपदा के तहत तहसील प्रशासन से सूची उपलब्ध कराई जाएगी जिसके बाद मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत लाभ दिया जाएगा।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 21 Sep 2021 11:04 PM (IST) Updated:Tue, 21 Sep 2021 11:04 PM (IST)
झोपड़ी में दिन, दूसरे के रहम पर कट रही रात
झोपड़ी में दिन, दूसरे के रहम पर कट रही रात

बस्ती: गरीबों की झोपड़ी को पक्के मकान में तब्दील करना सरकार की प्राथमिकता में है। इसके लिए हर स्तर पर प्रयास भी हो रहा है, इसके बाद भी कई ऐसे परिवारों को आवास नहीं मिल पाता, जिसके वे पात्र होते हैं। इसे सरकार की चूक कहा जाए या कर्मचारियों और जनप्रतिनिधियों की मनमानी, जिसके कारण एक परिवार पिछले 30 वर्ष से आवास योजना का लाभ मिलने के इंतजार में है। परिवार को दिलासा खूब मिला, लेकिन छप्पर आज तक पक्के मकान में तब्दील नहीं हो पाया। परिवार के सदस्य दिन में तो जैसे-तैसे झोपड़ी में गुजर बसर कर लेते हैं पर रात काटने के लिए पट्टीदार के घर जाना पड़ता है।

यह तस्वीर है सल्टौआ ब्लाक के अजगैवा जंगल ग्राम पंचायत के कूपनगर पुरवा की है। करीब 40 घर के इस पुरवे पर श्यामलाल कहार का इकलौता परिवार ऐसा है, जिसके पास पक्का मकान नहीं है। सात सदस्यों वाले इस परिवार के मुखिया श्याम लाल ने बताया कि वे मजदूरी करते हैं। उनके पास कोई पक्का मकान नहीं है। परिवार के साथ वह छप्पर के मकान में रहते हैं। सप्ताह भर पूर्व हुई बारिश में छप्पर का एक हिस्सा गिर गया। गनीमत रहा कि कोई इसकी चपेट में नहीं आया। बताया कि तीन दशक से आवास का इंतजार कर रहें हैं। कई बार लोग जांच करने आए, लेकिन उसके बाद भी उन्हें आवास नहीं मिला। पंचायत चुनाव से पहले विधायक से भी मिले, उन्होंने ब्लाक पर भेजा तो वहां बताया गया कि अभी साइट बंद है, फीडिग नहीं हो पाएगा। आवास के नाम पर अलग-अलग लोगों ने वोट लिया, लेकिन काम किसी ने नहीं किया। श्यामलाल की पत्नी राजदुलारी ने कहा कि आवास तो दूर बरसात में हुए नुकसान की जांच करने भी अब तक कोई नही आया।

ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि सल्टौआ दुष्यंत विक्रम सिंह ने बताया कि प्राकृतिक आपदा के दौरान जिनका नुकसान हुआ है, उन्हें मुख्यमंत्री आवास के तहत लाभ देने की व्यवस्था है। आवश्यक कार्यवाही पूरा कराकर श्यामलाल को आवास योजना का लाभ दिलवाया जाएगा।

प्रभारी बीडीओ सल्टौआ अजीत कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि

श्यामलाल को अब तक आवास क्यों नहीं मिला इसकी जानकारी नहीं है। यदि बारिश के दौरान नुकसान हुआ है तो दैवीय आपदा के तहत तहसील प्रशासन से सूची उपलब्ध कराई जाएगी, जिसके बाद मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत लाभ दिया जाएगा।

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