26 घंटे बाद शुरू हुई सोनहा फीडर की विद्युत आपूर्ति

सोनहा फीडर की 11 हजार केवीए लाइन का तार कुल पांच जगहों पर टूट गया था। स्थानीय लाइनमैन इसे ठीक कर आपूर्ति बहाल करने का प्रयास कर रहे थे कि अचानक बस्ती के गिदही से भानपुर आने वाली 33 हजार केवीए लाइन भी गड़बड़ी का शिकार हो गई जिसके चलते भानपुर उपकेंद्र के असनहरा करमहिया व विश्व बैंक फीडर की भी आपूर्ति ठप हो गई।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 05 Oct 2021 11:25 PM (IST) Updated:Tue, 05 Oct 2021 11:25 PM (IST)
26 घंटे बाद शुरू हुई सोनहा फीडर की विद्युत आपूर्ति
26 घंटे बाद शुरू हुई सोनहा फीडर की विद्युत आपूर्ति

बस्ती: विद्युत उप केंद्र भानपुर के सोनहा फीडर की विद्युत आपूर्ति 26 घंटे बाद सोमवार रात लगभग 1.30 बजे बहाल हो सकी। रविवार रात लगभग 11 बजे सोनहा फीडर की विद्युत आपूर्ति अचानक ठप हो गई थी। सोमवार को फाल्ट दूर कर आपूर्ति बहाल होने के पूर्व ही 33 हजार केवीए लाइन भी फाल्ट का शिकार हो गई।

सोनहा फीडर की 11 हजार केवीए लाइन का तार कुल पांच जगहों पर टूट गया था। स्थानीय लाइनमैन इसे ठीक कर आपूर्ति बहाल करने का प्रयास कर रहे थे कि अचानक बस्ती के गिदही से भानपुर आने वाली 33 हजार केवीए लाइन भी गड़बड़ी का शिकार हो गई, जिसके चलते भानपुर उपकेंद्र के असनहरा, करमहिया व विश्व बैंक फीडर की भी आपूर्ति ठप हो गई। सोमवार की रात साढ़े आठ बजे एक बार आपूर्ति तो बहाल हो गई, लेकिन आधे घंटे बाद नौ बजे पुन: फाल्ट का शिकार हो गई। इसके बाद भी कर्मचारियों ने हिम्मत नहीं हारी। उनके अथक प्रयास के बाद मंगलवार की रात डेढ़ बजे आपूर्ति बहाल हो सकी। जर्जर तारों व इंसुलेटर के कारण विद्युत उपकेंद्र भानपुर की आपूर्ति आए दिन बाधित हुआ करती है।

आमी नदी को प्रदूषित किए जाने के विरोध में जल सत्याग्रह

चीनी मिल रुधौली द्वारा आमी नदी में दो अक्टूबर को छोड़े गए केमिकल युक्त जल से जलीय जीव-जंतुओं के जीवन को उत्पन्न हुए संकट से नाराज आमी बचाओ संघ ने मंगलवार को आमी नदी में जल सत्याग्रह किया। संघ ने मिल अधिकारियों के विरुद्ध मामले में मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। प्रवक्ता उमेश गोस्वामी ने सोमवार को मंडलायुक्त, आइजी ,डीएम व एसपी को एक शिकायती पत्र दिया था। उन्होंने कार्रवाई न होने की दशा में जल सत्याग्रह करने की चेतावनी दी थी। इसी क्रम में मंगलवार की सुबह आठ बजे से उन्होंने जल सत्याग्रह शुरू किया। अध्यक्ष विजय नरायन तिवारी ने बताया कि जब तक मिल अधिकारियों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई नहीं की जाती है तब तक उमेश गोस्वामी द्वारा जल सत्याग्रह आमी नदी में चलता रहेगा। इसको लेकर स्वामी सरयू दास ने आमरण अनशन व भूख हड़ताल की चेतावनी दी है।

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