सीएमआर चावल के भंडारण की गति धीमी

38 फीसद चावल ही हो पाया भंडारित,बाकी राइस मिलरों के पास डंप

By JagranEdited By: Publish:Thu, 13 Dec 2018 10:19 PM (IST) Updated:Thu, 13 Dec 2018 10:19 PM (IST)
सीएमआर चावल के भंडारण की गति धीमी
सीएमआर चावल के भंडारण की गति धीमी

बस्ती : धान खरीद अभियान के गति पर सीएमआर चावल की रिकवरी और भंडारण ने ब्रेक लगा दिया है। खरीद के साथ चावल के भंडारण का भी हाल बुरा है। अभी तक भारतीय खाद्य निगम की सुपुर्दगी में महज 38 फीसद चावल ही किया जा सका है। 62 फीसद तैयार सीएमआर चावल अभी राइस मिलरों के यहां डंप है। जबकि कुल चावल की मात्रा अभी मात्र 6874.27 मीट्रिक टन है। तब भंडारण का यह हाल है, कहीं धान खरीद व्यापक रूख अख्तियार किया तो चावल भंडारण का संकट और गहरा जाएगा। चावल की क्वालिटी और क्वांटिटी के चक्कर में पूरा अभियान फ्लाप होता नजर आ रहा है। मंडल में इस बार धान खरीद का 154600 मीट्रिक टन लक्ष्य निर्धारित है। 67 फीसद चावल की रिकवरी का मानक शासन ने निर्धारित किया है। इस हिसाब से 1 लाख 3 हजार 180 एमटी चावल का उत्पादन मंडल में प्रस्तावित है। राइस मिलरों की व्यवहारिक कठिनाई पर गौर करे तो इस अंचल के धान से इतनी मात्रा में चावल की रिकवरी संभव नहीं हो पा रही है। दूसरा सरकारी धान से तैयार चावल भंडारण एजेंसी के मानक की कसौटी पर खरा नहीं उतर पाता। यदि तीन फीसद से अधिक डैमेज मिला तो चावल रिजेक्ट कर दिया जाता है। हालांकि अभी कुल धान खरीद 13 फीसद यानी 20172.99 एमटी हुई है। मिलरों को केवल 10219.80 एमटी धान प्रेषित हुआ है। इससे 6847.27 एमटी चावल की रिकवरी सुनिश्चित है। लेकिन भारतीय खाद्य निगम में केवल 2646 एमटी चावल भंडारित हो पाया है। 4201.27 एमटी चावल राइस मिलरों के पास डंप है। हालांकि जिम्मेदार यह कहकर बच रहे हैं कि जैसे-जैसे चावल तैयार हो रहा एफसीआइ में भेजा जा रहा है। लेकिन अंदरखाने में चावल के भंडारण में क्वालिटी का पैमाना संकट खड़ा कर रहा है।

------------------------

लाभान्वित हुए 3848 किसान

धान खरीद अभियान में इस बार मंडल में 3848 किसान अभी तक लाभान्वित हुए है। बस्ती में 1938, संतकबीरनगर में 1061 और सिद्धार्थनगर जनपद में 849 किसानों से सरकारी एजेंसियों द्वारा धान खरीदा गया है। पंजीयन किसानों की संख्या 9000 के आस पास है।

---------------------

266.18 लाख रुपये किसानों का बकाया

क्रय एजेंसियों पर किसानों के उपज का बकाया भी है। बस्ती में 55.62 लाख, संतकबीरनगर में 210.55 लाख रुपये किसानों का एजेंसियों पर बकाया है। सिद्धार्थनगर में किसानों का कोई बकाया नहीं है। अधिकांश बकाया पीसीएफ के क्रय केंद्रों पर है।

--------------------------

भंडारण में कोई व्यवधान नहीं

सीएमआर चावल के भंडारण में फिलहाल कोई व्यवधान नहीं है। राइस मिलों पर जैसे-जैसे चावल तैयार हो रहा है एफसीआई पहुंचाया जा रहा है। अभी मिलरों की ओर ऐसी कोई शिकायत नहीं मिली है। फिर विभाग की भी मानीट¨रग बराबर बनी हुई है।

श्रीप्रकाश मिश्र, आरएफसी, बस्ती मंडल।

chat bot
आपका साथी